आजकल राजनीतिक गलियारे में बुलडोजर (story of bulldozer) चर्चा में है, ऐसे में आपको जिज्ञासा हो रही होगी कि आखिर बुलडोजर नाम कैसे पड़ा और इसका आविष्कार कैसे हुआ? आइए बुलडोजर के बारे में रोचक तथ्य जाने।
बुलडोजर 1953 में जेसीबी ने बनाई
आजकल तोड़फोड़ करने के लिए विख्यात बुलडोजर का सही नाम बैकहो लोडर था। इसको जेसीबी कंपनी (JCB company)ने सन 1953 में बनाई थी। एक ऐसा मशीन है जो भारी भरकम कई तरह के काम को अंजाम आसानी से देती है। आपको यह बता दें कि बैकहो लोडर को आम भाषा में बुलडोजर कहा जाने लगा।
पापुलर बुलडोजर popular bulldozer
2022 में बुलडोजर काफी चर्चा में है। इस समय उत्तर प्रदेश में खासतौर पर बुलडोजर बहुत पॉपुलर है। कारण साफ है कि अवैध निर्माण को गिराने के लिए भारी-भरकम मशीन बुलडोजर का सहारा लिया जाता है। हमारे देश में बहुत से ऐसे अवैध निर्माण कर लिए जाते हैं, जिनको समय-समय पर कार्रवाई करके गिराया जाता है। सरकारी महकमे में अब बुलडोजर पापुलर इसलिए हो गया है कि सरकार की नीति के अंतर्गत से कई अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जा रहा है। (chief minister of Uttar Pradesh) सीएम योगी ने साफ कहा है कि किसी भी तरह का अवैध निर्माण को संरक्षण नहीं दिया जाएगा। अवैध संपत्ति को हटाने और ध्वस्त करने के लिए इन दिनों बुलडोजर मशहूर हो गया है।
बुलडोजर का काम work of bulldozer
बुलडोजर एक हैवी मूव करने वाली मशीन है। यह खुदाई तोड़फोड़ या इसी भारी-भरकम चीजों को हटाने में किसका उपयोग किया जाता है। आपको बता दें कि इसे दोनों तरफ से ऑपरेट किया जा सकता।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले बुलडोजर का रंग पीला नहीं बल्कि नीला और लाल था। लोग इसे JCB मशीन कहते थे। या निर्माण करने वाली कंपनी JCB के नाम पर इसे जेसीबी मशीन कहा गया है।
जेसीबी कंपनी
बुलडोजर बनाने वाली जेसीबी कंपनी की स्थापना 1945 में हुई और पहली बार 1953 में बैकहो लोडर बनाया था। यह नीले व लाल रंग का था। 1964 में इसमें बदलाव किया गया और पीले रंग का बैकहो लोडर बनाया गया।
ट्रैक्टर जैसा दिखता था बुलडोजर
शुरुआत में ट्रैक्टर के साथ जोड़कर यह मशीन बनाई गई थी लेकिन अपग्रेड मॉडल में इसमें काफी बदलाव किया जो वर्तमान में बुलडोजर पीले रंग का दिखाई देता है और इन दिनों सुर्खियों में बना है। इतने बड़े मशीन को लीवर ऑपरेट लोडर लगा होता है आपको बता दें इसे स्टेरिंग के बजाय लीवर से ऑपरेट किया जाता है। बुलडोजर में एक साइड स्टेरिंग लगी होती है वहीं दूसरी ओर ट्रेन की तरह लीवर लगे होते हैं।
इस मशीन में लोडर होता है जो बड़ा वाला हिस्सा होता है यह भारी भरकम सामान उठाने में काम आता। जबकि दूसरी तरफ से साइड बकेट लगा होता है। इस मशीन में एक तरफ लोडर लगा होता है।
जेसीबी का फुल फॉर्म full form of JCB
आपकी जानकारी के लिए बता दे सबसे पहले ब्रिटिश अरबपति के नाम से जेसीबी एक्सावेटर्स लिमिटेड एक ब्रिटिश कंपनी ने बनाई थी। इस कंपनी के मालिक और फाउंडर अरबपति जोसेफ सायरिल बम्फोर्ड थे। जब जो सैद की लिखती हो गई 2001 में तो उनके नाम से कंपनी का नाम जेसीबी रखा गया।
बुलडोजर बनाने वाली कई कंपनियां (Bulldozer maker)
बुलडोजर केवल जेसीबी कंपनी ही बनाती है लेकिन ऐसा नहीं है बुलडोजर भारत की कई कंपनियां भी बनाती है। ACE, L&T, वोल्वो, महि्ंद्रा एण्ड महिंद्रा जैसी कई कंस्ट्रक्शन इक्यूपमेंट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां हैं। यह भी बैकहो लोडर बनाती है। इस समय अलग-अलग बुलडोजर की कीमत 10 लाख रुपए से शुरू होती है जो 40-50 लाख रुपए तक है।