राकेश टिकैत जीवन परिचय, जीवनी, कौन हैं, जाति क्या है, संपत्ति, किसान नेता [ Rakesh Tikait Biography In Hindi, Family, Wife, Son, Father, Net Worth, Birth Date, assets, Property and more.
लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे राकेश टिकैत इस साल सबसे अधिक किसान आंदोलन के कारण चर्चा में आए हुए हैं। आइए जाने किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh tikait) के बारे में (Rakesh tikait Biography In Hindi)-
राकेश टिकैत की जीवनी (Biography) कौन हैं?
51 साल के 6 फुट लंबे आत्मविश्वास से लबरेज किसानों की मसीहा कहे जाने वाले राकेश टिकट का जन्म सन् (Birth Date) 4 जून 1969 को जन्म मुजफ्फरनगर जनपद के सिसौली गांव में हुआ था। इनके पिता महेंद्र सिंह चौधरी बड़े किसान नेता थे और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भी थे। स्वर्गीय महेंद्र सिंह चौधरी उनके दूसरे बेटे राकेश टिकैत हैं। वर्तमान में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता है।
राकेश टिकैत ने मेरठ यूनिवर्सिटी से m.a. की पढ़ाई की। कांस्टेबल की नौकरी दिल्ली पुलिस में करने लगे। लेकिन सन 1992 में दिल्ली में किसान आंदोलन के चलते उन्होंने पुलिस की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और फिर किसान नेता बनकर उभरे।
नाम में क्यों जुड़ा ‘टिकैत’ शब्द
टिकैत शब्द किसी जाति का मतलब नहीं है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब-हरियाणा में पंचायत द्वारा विशेष नेता का चुनाव होता है, तो उसे टिकैत की उपाधि दी जाती है। राकेश टिकैत के पिता महेंद्र सिंह चौधरी भी नेता थे और यह परंपरा से टिकैत टाइटल लगने लगा। जातीय हितों की सोच से अलग उठाने के लिए नेताओं को यह टाइटल पंचायतों द्वारा दी जाती है। टिकैत का एक शाब्दिक अर्थ होता जो अपनी बातों पर टिका रहे।
राकेश टिकैत के भाई और बहन
राकेश टिकैत कुल चार भाई (Brothers) हैं। जिनमें से दूसरे नंबर पर राकेश टिकैत है। पिता महेंद्र सिंह देहांत के बाद राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष बनाया गया।
राकेश टिकैत के तीसरे नंबर के छोटे भाई एक सुगन मिल में मैनेजर का काम करते हैं फुल स्टार और सबसे छोटे भाई नरेंद्र टिकट खेती के काम से जुड़े हुए हैं।
राकेश टिकैत की पत्नी (wife) और बच्चे (children)
1985 में राकेश टिकैत की शादी बागपत जिले के दादरी गांव में हुई। उनकी पत्नी (name of wife) का नाम सुनीता है। एक बेटा है, जिसका नाम चरण सिंह है और उनकी भी शादी हो चुकी है।
दो बेटियां (daughter) हैं। बड़ी बेटी सीमा टिकैत जिनकी शादी हो चुकी है। छोटी बेटी ज्योति टिकैत ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में रहती है। किसान आंदोलन के समर्थन और किसान बिल के विरोध में आस्ट्रेलिया के लोगों को इकट्ठा करके वहां पर धरना प्रदर्शन भी इन्होंने किया था।
किसानों के लिए संघर्ष किया और बन गए बड़े नेता
पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी छोड़ने के बाद दिल्ली में जब उनके पिता (Father) महेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में किसान हित के लिए आंदोलन हो रहा था। तब सरकार द्वारा उस समय आंदोलन को दबाया जा रहा था। ऐसे में राकेश टिकैत किसान की हित की लड़ाई के लिए उस आंदोलन में शामिल हो गए। फिर वही से किसानों के लिए संघर्ष शुरू हुआ।
किसानों की हित की लड़ाई उनके जीवन का उद्देश बन गया और इस कारण से इस दौरान वे करीब 44 बार जेल भी गए। गन्ना मूल्य को बढ़ाने के लिए संसद के सामने गन्ना जलाकर विरोध करने पर उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। मध्य प्रदेश में भूमि अधिग्रहण कानून से हो रहे किसानों के नुकसान के कारण वे आंदोलन में कूदे और 39 दिनों तक जेल में कैद रहे हैं।
दो बार चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं सके
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता के रूप में अच्छी खासी पहचान है। राकेश टिकैत ने सन 2007 में खतौली विधानसभा सीट जोकि मुजफ्फरनगर जिला उत्तर प्रदेश में है, वहां से चुनाव में उम्मीदवार बने। लेकिन वहां से भी जीत नहीं पाए। इसी तरह से सन 2014 में भी अमरोहा से लोकसभा सीट के लिए चुनाव लड़ा फिर उनको हार का सामना करना पड़ा।
राकेश टिकैत की संपत्ति (Wealth and Earnings)
राकेश टिकैत किसान नेता हैं और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता है। इनके भाई संगठन के अध्यक्ष हैं। पिता भी इसी संगठन के अध्यक्ष थे। राकेश टिकैत की संपत्ति को लेकर काफी विवाद रहा है। एक किसान नेता के पास इतनी अधिक संपत्ति कैसे हो सकती है? इस पर भी कई सवाल उठे थे।
राकेश टिकैत की 4 राज्यों में संपत्ति है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली राज्यों के 13 जिलों में 80 करोड़ (Net Worth)से ज्यादा रुपए की खेती और कारोबार की संपत्ति है। करोड़ों रुपए से अधिक की आमदनी महीने भर की है।
राकेश टिकैत के कारोबार में शामिल हैं- किन-किन क्षेत्र में राकेश टिकैत का Property
- ज़मीन
- पेट्रोल पंप
- शोरूम
- ईंट-भट्टे
- अन्य कारोबार
एक बार मीडिया ने पूछा कि आपने पिछले चुनाव में कितनी संपत्ति दर्ज करवाई थी तो उन्होंने बताया कि उन्हें याद नहीं। हंसकर उन्होंने बात टाल दी कि उनके पास हजारों करोड़ की संपत्ति (Property) हो सकती है, उन्होंने कहा कि सरकार को जांच करवानी चाहिए।