Myth about Space in Hindi – स्पेस का रहस्य सुलझाना काफी मुश्किल है। हम सभी अपने बचपन से ही इससे जुड़ी कई बातें पढ़ते-सुनते आए हैं। लेकिन असलियत क्या है, ये कोई नहीं जानता। इस वजह से लोगों को स्पेस से जुड़ी कई तरह की गलतफहमी हो जाती है। लोगों को ऐसा लगता है कि जो भी ग्रह सूरज के सबसे नजदीक होता है, वही सबसे गर्म है। लेकिन सच ये नहीं है। दिन के समय में मर्करी का टेम्प्रेचर 420 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच जाता था। दरअसल, वीनस सबसे गर्म प्लेनेट है। इसका टेम्प्रेचर 462 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच जाता है। आज हम आपको ऐसी ही स्पेस से जुड़ी गलतफहमियां और उसके पीछे का सच के बारे में जानकारी देने जा रहा हूं।
सूरज का रंग पीला नहीं है
पृथ्वी से देखने पर ऐसा लगता है कि सूरज का रंग पीला या नारंगी है। लेकिन असल में सूरज का रंग सफेद है। दरअसल, टेम्पेरेचर की वजह से पृथ्वी से सूरज का रंग नारंगी दिखता है।
चांद की दूसरी तरफ अंधेरा क्यों दिखता है
लोगों को ऐसा लगता है कि चांद के दूसरे तरफ अंधेरा रहता है। लेकिन असल में ऐसा नहीं है। दरअसल, पृथ्वी से हम चांद का सिर्फ एक ही हिस्सा देख पाते हैं। साथ ही दोनों एक ही दिशा में घूमते है, इस वजह से भी हमें चांद का एक ही हिस्सा दिखाई देता है। सूरज की रौशनी चांद के हर तरफ मौजूद है, लेकिन चूंकि हमें सिर्फ एक ही तरफ का हिस्सा दिखाई देता है, इसलिए हम ऐसा मान लेते हैं कि चांद के दूसरे तरफ अंधेरा होता है।
क्या प्रथ्वी गोल नहीं है?
आज तक हमें ऐसा मालूम था कि पृथ्वी फ्लैट या चौकौर नहीं है। पृथ्वी गोल है। लेकिन असलियत में पृथ्वी के पोल्स के पास शेप थोड़ा चिपटा है। असलियत में पृथ्वी का शेप आलू की तरह है।
गर्मियों में सूरज से नजदीक नहीं होता पृथ्वी
लोगों में आम धारण है कि गर्मियों के मौसम में पृथ्वी सूरज से काफी नजदीक रहता है। इस वजह से पृथ्वी पर काफी गर्मी रहती है। दरअसल, पृथ्वी का जो हिस्सा सूरज की तरफ रहता है, वहां गर्मी रहती है। वहीं दूसरी तरफ ठंड का मौसम रहता है। पृथ्वी एक ही ऑर्बिट में घुमती है।
वीनस पर भी मौजूद नहीं है जीवन
वीनस को पृथ्वी की जुडवा बहन कहा जाता है। लोग ऐसा मानते हैं कि वीनस और पृथ्वी एक जैसे ही हैं इसलिए उसपर भी जिन्दगी मौजूद है। लेकिन असलियत में वीनस पर इंसान का रहना असंभव है।
क्या सूरज आग का गोला है
सूरज आग का गोला नहीं है। सूरज पर न्यूक्लियर रिएक्शन की वजह से इसमें गर्मी पैदा होता है। जिसके कारण सूरज चमकता रहता है।