Surprising facts about mosquito in hindi – मच्छर देखने में तो छोटा सा जीव है लेकिन यह इंसानों के लिए बहुत बड़ा खतरा है। इस छोटे से जीव के कारण प्रत्येक वर्ष बहुत सारे इंसानों की मौत हो जाती है। मनुष्यों को नुकसान पहुंचाने वाला यह सबसे प्राणघातक जीव है। आइये जानते है मच्छरों से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियों के वारे में-
- मच्छर इंसानों के लिए सबसे खतरनाक जीव सावित हो रहा है, क्योंकि इनके काटने से हर साल करीब 10 लाख इंसान बेमौत मारे जाते है।
- दुनिया में मच्छरों के कारण करोड़ों इंसान अपने जीवन खो बैठे है। बिशेषज्ञों की माने तो नदियों के किनारे बसी हुई सभ्यताओं का विनाश भी मच्छरों के द्वारा पैदा हुई बीमारियों से हुआ है।
- दुनिया में 3,400 से भी ज्यादा प्रकार के मच्छर पाये जाते है।
- वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताविक प्रत्येक वर्ष दुनियाभर में 30 से 50 करोड़ इंसान मलेरिया से ग्रसित हो जाते है, इसके साथ ही मच्छर के काटने से डेंगू, यलो फीवर, फीलपांव, वेस्ट नाइल फीवर जैसी जानलेवा बीमारियां भी हो जाती है।
- एक मच्छर अपने वजन से तीन गुना खून पा सकता है तो खून पीने में इनसे कोई मुकाबला नहीं कर सकता है।
- केवल मादा मच्छर ही खून पीती है क्योंकि उसे अपने अंडों के न्यूट्रीसन के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है, जो उसे खून से मिल जाती है।
- मेल मच्छर फूलों के पराग पर ही जीते है वह खून नहीं चूसते है।
- मच्छर की प्रत्येक प्रजाति इंसानों को नहीं काटती है। क्यूलिसेटा मेलेन्यूरा मच्छर पक्षियों को और यूरेनोटेनिया सैफ्रिरिना मच्छर उभयचर/ रेंगने वाले जीवों को काटते है।
- फीमेल मच्छर एक वार में करीब 300 से ज्यादा अंडे देती है।
- मच्छरों के आकार के हिसाब से यह काफी धीमी गति से दौड़ते है। यह एक से डेढ मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ते है। इनसे ते तितली, मधुमक्खी, टिड्डे आदि उड़ते है।
- मच्छर उड़ते वक्त अपने पंख करीब 300 से 600 बार आपस में टकराते है। इस लिए जब मच्छर आपके पास आते है तो पिन-पिनाने की एक आवाज सुनाई देती है।
- आप सोचते होंगे कि मच्छर हमें खोज कैसे लेते है तो बता दें कि मच्छर हमारी सांसों से पहचान लेते है। हमारी सांसों से निकलने वाली कार्बनडाइ ऑक्साइड का पता मच्छरों को आसानी से लग जाता है, इसके साथ ही इंसानो के शरीर से पैदा होने वाली गंध और गर्मी भी उन्हे आकर्षित करती है।
- अंडे देने के लिए मच्छर की प्रत्येक जाति के लिए पानी की आवश्यकता नहीं है, कुछ मच्छरों की प्रजातियां उतले पानी या फिर कीचड़ में अंडे दे देते है।
- अंडे से निकलने के बाद मच्छर करीब 10 दिनों तक पानी में ही रहते है।
- नर मच्छर केवल 10 दिन तक और मादा मच्छर 6 से 8 हफ्तों तक जिन्दा रहते है।
- मच्छरों के 6 टांगे होती है।
- मच्छरों के काटने से एचआईवी रोंग नहीं फैलता है।
- नर मच्छर, मादा मच्छरों को उनके पंखों की आवाज से पहचानते है।
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