Lipi Kise Kahate Hain – लिपि किसे कहते है – Bhasha Ke Likhne Ke Dhang Ko Kya Kahate Hain?
जब हम कुछ बोलते हैं तो वह ध्वनि का एक रूप होता है। आप इस ध्वनि के रूप को अगर हम कोई चिह्न दे दे और उसे एक व्यवस्थित रूप में लिखें तो किसी भाषा का चिन्ह या बनावट जो लिखित रूप में होता है उसे लिपि lipi कहते हैं। इसे सरल भाषा में इस तरह कह सकते हैं कि भाषा या बोली के लिखने के ढंग यानी तरीका को लिपि कहते हैं। Bhasha Ke Likhne Ke Dhang Ko Kya Kahate Hain?
लिपि किसे कहते है?
देखिए मैंने ऊपर यह प्रश्न किस लिपि में लिखा है, तो मैंने हिंदी भाषा को अंग्रेजी के रोमन लिपि (Roman Lip) में लिख दिया है कि भाषा के लिखने के ढंग को क्या कहते हैं? दोस्तों और तकनीक के कारण हिंदी में बोलकर बहुत तेजी से और अच्छे तरीके से लिखी जा सकती है इसलिए हिंदी की देवनागरी लिपि भी बहुत तेजी से इंटरनेट की भाषा बन रही है।
अंग्रेजी की रोमन लिपि (अंग्रेजी के 26 अक्षरों में) में आपने देखा होगा कि इंटरनेट पर हिंदी और प्रादेशिक भाषा (regional langguage) भी लिखी जाती है, जबकि यह केवल तकनीकी सरलता के लिए ऐसा लोगों द्वारा प्रयोग किया जाता है। लेकिन अब आप किसी भी भाषा की लिपि को यूनिकोड (unicode) में बदलकर आसानी से हिंदी मराठी पंजाबी तमिल तेलुगू बोल कर भी लिख सकते हैं यह तकनीकी सबसे बड़ी क्रांति है।
लिपि किसी भी भाषा के बोली का लिखित रूप होता है यानी उस भाषा के शब्दों और व्याकरण को सही तरीके से प्रजेंट करता है उसकी लिपि।
क्या हिंदी भाषा को रोमन अंग्रेजी लिपि में लिखना सही है?
तो आप बताइए कि अगर हिंदी भाषा या उसकी बोली को हम अंग्रेजी के रोमन लिपि में लिखे जैसे-
क्या वह सही तरीके से हिंदी भाषा के ध्वनि को प्रकट कर सकती है। देवनागरी लिपि में लिखा जैसे मैंने-
घोड़ा दौड़ता है।
तो रोमन लिपि में अगर इसे आप लिखेंगे हिंदी में तो सही उच्चारण रोमन लिपि में आपको प्राप्त नहीं होगा जैसे Ghoda daudata hai.
इसे अगर पढ़ेंगे तो इस तरह से- घोडा डौडटा है। अब आपको अपने प्रश्न का जवाब मिल गया होगा कि अगर हिंदी भाषा को रोमन लिपि अंग्रेजी में लिखे तो किस तरह से हास्यास्पद हो जाता है।
हिंदी भाषा की लिपि क्या है?
दोस्तों जैसा कि बताया कि किसी बोली का व्यवस्थित लिखित रूप चिन्हों के माध्यम से होता है उसे लिपि कहते हैं। जैसे मैं आप को यह आर्टिकल हिंदी भाषा के देवनागरी लिपि में लिख कर दे रहा हूं जिससे आप पढ़ कर जो ध्वनि का अर्थ मैंने लिखा है उस ध्वनि का अर्थ आप इस देवनागरी लिपि में ग्रहण कर रहे हैं क्योंकि हिंदी भाषा की देवनागरी लिपि (Devnagri lipi) भाषा व्याकरण और बोली को लिखना आसान बनाते हैं, इन चिन्हों से सभी लोग जो हिंदी भाषा जान रहे हैं वह आसानी से लिपि के माध्यम से किसी के दिमाग में उपजे विचार को जब वह लिखित या छपे रूप में हमारे सामने आता है तो हम आसानी से समझ जाते हैं। यही लिपि का सबसे बड़ा काम है।
सबसे पहले बोली बनी की लिपि? दोस्तों अगर यह प्रश्न भी आपसे कोई पूछे तो आप आप बता सकते हैं कि ध्वनि का रूप सबसे पहले बोल ना ही किसी भाषा में सीखता है। कोई भाषा पहले हाथों के संकेत फिर मुंह से बोलने फिर उसके बाद लिखने तक का अपना सफर तय करती है।