kader khan biography in hindi – कादर खान (Kadar Khan) Bollywood की एक ऐसी शख्सियत जिसका 90 के दशक की फिल्मों में बोलबाला रहा. उस वक्त का शायद कोई ऐसा व्यक्ति हो जो कादर खान को पहचानता न हो. उन्होंने फिल्मों में विलेन से लेकर Comedian व सीरियस किरदारों को बखूबी निभाया और दर्शकों के दिल में कभी न मिटने वाली जगह बना ली थी. कादर खान एक फेमस एक्टर तो है ही साथ ही साथ वह स्क्रिप्ट राइटर व डायलोग राइटर भी हैं.
दोस्तो Kadar Khan से Related Latest News के बारे में बात की जाये तो कादर खान के बारे में उनके देहांत (kader khan Dead) होने की अफवाह उड़ी थी लेकिन ऐसा कुछ नहीं आपके चहेते (kader khan age) 81 साल के कादर खान इस वक्त गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, खबरों की माने तो उनके मष्तिष्क ने काम करना बंद कर दिया है और उन्हे बाइपैप वेंटिलेटर पर रखा गया था लेकिन बाद में कादर खान का दिनांक 31-12-2018 को कनाडा में उनका देहांत हो गया.
जाने माने अभिनेता और कामेडियन कादर खान – Kadar Khan Biography in hindi
नाम (Name) | कादर खान |
जन्म दिन (Birthday) | 11 दिसम्बर, 1937 |
जन्म स्थान (Birthplace) | काबुल, अफगानिस्तान |
देहांत (Dead) | 31 दिसम्बर 2018 |
पिता (Father) | अब्दुल रहमान |
माता (Mother) | इकबाल बेगम |
बेटे (Son) | शाहनवाज व सरफराज |
शिक्षा (Education) | बॉम्बे युनिवर्सिटी के इस्माइल युसुफ कॉलेज से इंजीनियरिंग ग्रेज्यूएट |
कादर खान का जन्म और परिवार – Kadar Khan Family
कादर खान का जन्म (Kadar Khan Birth) 11 दिसम्बर, 1937 को काबुल(अफगानिस्तान) में हुआ था. कादर खान पास्थून के काकर जनजाति से Belong करते थे. कादर खान 4 भाई थे, जिनमें तीन भाई शामसउर रहमान, फजर रहमान एवं हबीब उर रहमान थे. कादर खान जब 1 साल के थे तभी उनका परिवार मुंबई आकर बस गया था. कादर खान का बचपन बेहद गरीबी में गुजरा था. कादर खान का विवाह (Kadar Khan wife name in hindi )अज़रा खांन से हुआ था. कादर खान के बच्चों (Kadar Khan Childrens) की बात की जाये तो उनके तीन बेटे (kader khan son) हैं, जिसमें बड़े बेटे नाम कुद्दुस खान हैं जो कनाडा में रहते हैं और हवाई अड्डे पर सुरक्षाधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. उनके दूसरे बेटे का नाम सरफराज खान है, जो एक अभिनेता हैं और हिंदी फिल्म ‘तेरे नाम’ व ‘वांटेड’ जैसी कई फिल्मों में काम किया.
कादर खान की शिक्षा- Kadar Khan Education in hindi
कादर खान की मां उन्हे पढ़ने के लिए मस्जिद भेजा करती थी. कादर खान की जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्हें मुफलिसी से परेशान होकर पढ़ाई छोड़कर नौकरी करने जाना पड़ा, लेकिन उनकी मां ने उन्हे पढ़ाई की एहमियत समझाई और बताया कि मुफलिसी को सिर्फ शिक्षा के जरिए ही खत्म किया जा सकता हैं. तब कादर खांन ने पढ़ने की ठान ली( Kadar Khan education). उन्होंने मुंबई के म्यूनिसिपल स्कूल से अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की. वे पढ़ने में बचपन से ही बहुत होशियार थे. यही कारण रहा कि उन्हे भविष्य में इस्माइल युसूफ कालेज मुंबई से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की.
कादर खान का फिल्मी कैरियर- Kadar Khan Filmy Career
कादर खान ने 1973 में यश चोपड़ा की फिल्म ‘दाग’ से करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में राजेश खन्ना मुख्य भुमिका में थे. इससे पूर्व वह रणधीर कपूर और जया बच्चन की फिल्म ‘जवानी-दिवानी’ के लिए संवाद लिख चुके थे. आपको बता दें कि कादर खान नें प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के साथ मिलकर कई फिल्में लिखी जिसमें मनमोहन के साथ ‘धर्म वीर’, ‘गंगा जमुना सरस्वती’, ‘कुली’ ‘देश प्रेमी’, ‘सुहाग’, ‘अमर अकबर एंथनी’ और मेहरा के साथ ‘ज्वालामुखी’, ‘शराबी’, ‘लावारिस’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी फिल्में लिखी।
इतना ही नहीं खान ने ‘कुली नंबर 1’, ‘मैं खिलाड़ी तूं अनाड़ी’ ‘कर्मा’ जैसी करीब 250 से भी ज्यादा फिल्मों के लिए डायलाग भी लिखें.
कादर खान की एक्टिंग की बात की जाये तो उन्होंने 1981 में नसीब फिल्म में काम किया था जिसमें अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, ऋषि कपूर और शत्रुघन सिन्हा थे. इसके बाद उन्होने एक के बाद एक कई फिल्मों में अभिनय करके दर्शकों के दिल में एक अलग जगह बना ली थी. आपको बता दें कि कादर खान ने अपने कैरियर में 300 से भी अधिक फिल्मों में काम किया हैं.
कादर खान एक बहुत ही अच्छे कामेडियन थे उन्होने अमिताभ बच्चन, फिरोज खान व गोविंदा जैसे बड़े नामों के साथ काम कर लोगों का खूब मनोरंज किया. इसके अलावा उन्होंने कई टीवी सीरियल्स में भी काम किया था.
कादर खान को मिलने वाले सम्मान व फिल्मफेयर अवार्ड – Kadar Khan Awards
कादर खान एक बहुत ही होनहार अभिनेता एवं राइटर थे, लेकिन उनके Talent को देखते हे उनको मिलने वाले अवार्ड्स की संख्या बहुत कम है. खान सन 1984 से लेकर 1999 तक अलग-अलग फिल्मों के लिए 9 बार Comedian Award के लिए Filmfare के लिए नोमिनेट हुए थे.
कादर खान को अमेरिकन फेडरेशन आफ मुस्लिम फ्राम इंडिया ने उनके टेलेंट और भारत में मुस्लिम कम्यूनिटी के लिए दिए गए योगदान को पहचानने पर दिया गया.
FilmFare Awards-
1.कादर खान को मेरी आवाज सुनो के लिए बेस्टर डायलाग के लिए सन 1982 में फिल्मफेयर अवार्ड मिला.
2.बाप नंबरी बेटा 10 नंबरी के लिए बेस्ट फिल्मफेयर कामेडियन का अवार्ड सन 1991 में मिला.
3.फिल्म अंगार में बेस्ट डायलाग के लिए फिल्मफेयर अवार्ड 1993 को मिला.
4.इसके अलावा उन्हे साल 1984 में हिम्मतवाला, 1986 में आज का दौर, 1990 में सिक्का के लिए, 1992 में हम, 1994 में आंखे, 1995 में मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, 1996 में साजन चले ससुराल के लिए और 1999 में दूल्हे राजा में बेस्ट कामेडी के लिए बेस्ट फिल्म फेयर अवार्ड में नामांकित किया गया था.
दोस्तो मुझे उम्मीद है कि आपको कादर खान का जीवन परिचय kader khan biography in hindi व Kadar Khan Family के बारे में दी गयी जानकारी आपको पसंद आयी होगी. यदि आपका कोई सुझाव हो तो आप हमे कमेंट करके बता सकते हैं.