गोस्वामी तुलसीदास जी भक्तिकाल के कवियों में से एक है। तुलसीदास जी के दोहे ज्ञान-सागर के समान हैं| आइये हम इन दोहों को अर्थ सहित पढ़ें और इनसे मिलने वाली सीख को अपने जीवन में उतारें. Tulsidas Dohe in Hindi श्री रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास के दोहे चित्रकुट के घाट पर भई संतन की भीर। तुलसीदास चंदन घिसे तिलक करे रघुबीर।।तुलसी देखि सुबेषु भूलहिं मूढ़ न चतुर नर। सुंदर Continue Reading
सूरदास के प्रसिद्ध दोहे | Surdas ke dohe in hindi
Surdas ke dohe in hindi - सूरदास(Surdas) हिन्दी साहित्य और वात्सल्य रस के सम्राट माने जाते हैं। सूरदास जन्म से ही नेत्रहीन थे, लेकिन उनकी रचनाओं में कृष्ण लीलाओं का जो वर्णन मिलता हैं उससे उनके जन्म से अंधा होने पर संदेह होता है। सूरदास की सूरसागर एक सबसे प्रसिद्ध रचना हैं जिसमें सवा लाख पद संग्रहित थे, लेकिन वर्तमान में आठ-दस हजार पद ही मिलते हैं। सूरदास के दोहे भी बहुत Continue Reading
Famous 50+ Rahim das ke dohe in hindi & Dohe of rahim in hindi । रहीम दास के प्रसिद्ध दोहे
Dohe of rahim in hindi : रहीम दास जी जिनका पूरा नाम रहीम खान-ए-खाना था. रहीम एक मशहूर कवि थे जो मुगल बादशाह अकबर के दरवार में उनके नवरत्नों में से एक गिने जाते थे। रहीम अपने दोहों के लेकर बहुत प्रसिद्ध हुए थे उन्होंने कई किताबे भी लिखीं थी. आज हम आपके साथ Rahim das ke dohe in hindi & Dohe of rahim in hindi शेयर करने जा रहे हैं. मुझे उम्मीद है आपको रहीमद दास के दोहे पसंद Continue Reading
Dohe of kabir das in hindi & kabir ke dohe in hindi । संत कबीर दास के दोहे और उनके अर्थ..
Dohe of kabir das in hindi- कबीर 15 वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। संत कबीर दास जी भक्ति कालीन युग में हिन्दी साहित्य के ज्ञानाश्रयी- निर्गुण शाखा की काव्यधारा के प्रवर्तक थे। संत कबीर दास के दोहे गागर में सागर के समान हैं, जिनका अर्थ समझ कर यदि उनका अनुसरण किया जाये तो निश्चय ही आत्मा को शांति मिलेगी- आइये आज कबीर के दोहे और उनके अर्थ/ kabir ke dohe in hindi , Continue Reading
संत कबीर के गुरू के गुरू के लिए दोहे…
हमारी संस्कृति में गुरू को सर्वोपरि माना गया है। शिष्यों के श्रेष्ठ कर्मों का श्रेय गुरू को ही जाता है। मनु समृति के अनुसार, सिर्फ वेदों की शिक्षा देने वाला ही गुरू नहीं होता वल्कि हर वह वक्ति जो आपका सही मार्गदर्शन करे, उसे भी गुरू के समान समझना चाहिए। आइये जानते हैं गुरू कृपा पर कबीर के दोहे।गुरु गोविंद दोऊँ खड़े, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो Continue Reading
गुरू पूर्णिमा पर बंधाई संन्देश भेज अपने गुरूजनों को…
Happy Guru Purnima- भारतीय संस्कृति में गुरू को सर्वोपरि माना गया है। शिष्यों के श्रेष्ठ कर्मों का श्रेय गुरू को ही जाता है। मनु समृति के अनुसार, सिर्फ वेदों की शिक्षा देने वाला ही गुरू नहीं होता वल्कि हर वह वक्ति जो आपका सही मार्गदर्शन करे, उसे भी गुरू के समान समझना चाहिए। गुरू का जीवन में उतना ही महत्व है, जितना मता-पिती का। माता-पिता के कारण इस संसार में हमारा अस्तित्व है, Continue Reading