दोस्तो यदि आप Share Market या Share में कुछ Investment करने की Planning कर रहे हैं तो आपने Demat Account के बारे में जरूर सुना होगा. इसको लेकर आपने मन में ये सवाल जरूर उठे होंगे-
- डीमैट खाता क्या है ? – What is demat account in hindi
- इसे कैसे Open कर सकते हैं? – how to open demat account in hindi
- इसका काम क्या है? – use of demat account
- इसके क्या फायदे हैं ? – benefits of demat account
तो दोस्तो आपकी परेशानी को ध्यान में रखते हुए आज हम इन्ही सवालों के जवाब देंगे। तो आइये जानते हैं-
Demat Account क्या है – What is Demat Account in hindi
बहुत समय पहले जव कोई व्यक्ति किसी कम्पनी के Share Buy करता था, तब उसके बदले में कुछ कागजात मिलते थे, जो उस शेयर को खरीदने का प्रूफ होता था. जिसे Paper Share/ Share Certificate और इस तरीके को Entry Book कहा जाता था, इस तरह से Share को Buy- sell करना बड़ा ही जटिल तरीकाहोता था, जिसमें व्येक्ति का समय और ऊर्जा दोनो वर्बाद होती थी, लम्बा Process होने के कारण कभी कभी Share Holder को नुकसान भी उठाना पड़ता था.
इसके साथ और भी कारण थे, जिसके कारण इस तरीके से Share Buy और Sell करना घाटे का सौदा था-
1-शेयर पेपर चोरी और नष्ट होने की बहुत ज्यादा संभावनाएं रहती थी.
2-पेपर ज्यादा पुराने होने के कारण इनके वेरिफिकेशन में बहुत ज्यादा समस्या आती थी.
3-यदि शेयर को ट्रान्सफर करना हो तो स्टॉम्प ड्यूटी फीस लगती थी, जो ज्यादा थी.
इन्ही सभी वजहों से Share market Sector में उस पुराने System को समाप्त कर अब नयी Technology लायी गयी जिसमें जल्दी ही Share को रखने के लिए Demat Account के Concept को Create किया गया. जो Banking Account की तरह ही काम करता है. Demat Account एक Electronic Form होता ह, जिसमें शेयर को Dematerialized (Paperless) कर रखा जाता है.
आसान शब्दों में कहा जाये तो Shares को Demate Account में इलेक्ट्रानिक फार्म में रखा जाता है, जिसे न तो कोई व्यक्ति देख सकता है और न ही उसे छू सकता है, उसे केवल उसके Price और Quantity में Calculate कर सकता है.
डीमैट एकाउंट को कैसे खोलते हैं – how to open demat account in hindi
Individual Demat Account को खुलवाना Personel Bank Account के खुलवाने जैसा ही है. यह प्रक्रिया दो स्टेप में पूरी हो जाती है. जबकि Institution Demate Account को खुलवाने में बहुत सारी जरूरतों को पूरा करना पड़ता है, जो एक लम्बी प्रक्रिया है.
आज हम यहां केवल Individual Demat Account कैसे खुलवाते हैं इसके बारे में ही जानेंगे. Individual Demat Account खुलवाने के लिए Depository Participant (DP) या Broker से सम्पर्क करना पड़ता है. उसके बाद वह आपको Demat Account Opening Booklet उपलब्ध करायेगा, जिसमें चाही गयी जानकारियों को भरने के बाद इन कागजातों को साथ में Attach करना पड़ता है-
1-पहचान पत्र ( Adhar Card, Votors ID, Pan Card )
2-Address Proof (Adhar Card, Ration Card, Votor id, Electricity bill, post paid mobile bill )
3- फोटो
4- पैन कार्ड (Mandatory)
5-बैंक खाता की जानकारी ( Damat Account से Link करने के लिए)
इस पूरी प्रक्रिया के लिए DP या Broker कई तरह की फीस चार्ज करते हैं जो कुल 500 या 600 रूपये तक हो सकते हैं।
डीमैट एकाउंट कौन खोलता है – Who is Open Demat Account
भारत में Demat Account को खोलने के लिए दो सरकारी संस्थायें NSDL ( National Securities Depository Limited ) एवं CDSL ( Central Securities Depository Limited ) काम करती है. जिसके 500 से भी ज्यादा एजेंट काम कर रहे है, जिन्हे DP या Depository Participants कहा जाता है.
इसके साथ ही Demat Account को खोलने के लिए कुछ Private Institution भी काम करते हैं, जिसमें से कुछ India infoline, Sharekhan, Zerodha आदि है.
इसके साथ ही आप चाहे तो SBI, HDFC, PNB,ICICI, IDBI, KOTAK,AXIS जैसे बैंक में भी Demate Account खुलवा सकते हैं.
डीमैट एकाउंट में कौन-कौन से Charges लगते हैं – demat account opening charges
Demat Account Open करने से लेकर उसका रख-रखाव करने के लिए कई तरह के फीस चार्ज लगते हैं. जिसमें कुछ इस प्रकार है-
1-Account Opening Fees – डीमेट खाते को खुलवाते समय ही यह फीस लगती हैं जो ज्यादा से ज्यादा 300-400 हो सकता है.
2-Annual Management Fees – खाता खुलवाने के बाद कम्पनी डीमेट एकाउंट को सही तरीके कार्य करने के लिए Manage करती हैं जिसके लिए वह Account Management Fees लेती हैं जो सालभर में केवल एक ही वार देनी पड़ती हैं, जो 400-500 रू तक हो सकती है.
3-Custodian Fees – यह फीस आपके शेयरों की संख्या पर निर्भर करती है, जिसे वह एक साथ या महीने के हिसाब से ले सकती है. ये चार्ज रू0 – 0.5 से 1 प्रति शेयर हो सकते हैं.
4- Transaction Fees – आपके Demat Account से होने वाले Share Buy Sell Transaction पर यह फीस लगती है.
डीमेट एकाउंट से Transaction कैसे करें – How to Transaction from a Demat Account
Demat Account में Transaction करना Net Banking की तरह होता है, जिसे आप मोबाइल, लेपटॉप, PC में इन्टरनेट के माध्यम से कर सकते हैं.
Demat Account को चलाने के लिए Password की जरूरत होती है, जो हमे Demat Account Open करते समय ही सेट करना पड़ता है, और जब शेयर खरीदते या बेचते हैं तब Transaction Password की जरूरत पड़ती है. Transaction Password आपके शेयर्स को सुरक्षित रखता है.
डीमैट एकाउंट के फायदे- Benefits of Demat Account
Demat Account को खुलवाने का सबसे बड़ा फायदा होता है कि आप आसानी से Share Trading कर सकते हैं. इसके साथ अन्य कई फायदे हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार है-
- सभी शेयर इलेक्ट्रानिक यानी डिजिटल माध्यम में होते हैं. इसमें जोखिम बहुत कम हने की वजह से यह सुरक्षित है.
- Demat Account से Shares को Transfer करना बहुत ही आसान है.
- इस एकाउंट की वजह से अब आपको प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर स्टाम्प ड्यूटी फीस नहीं देनी पड़ती है, केवल ट्रांजेक्शन फीस लगती हैं जो बहुत ही कम होती है.
- शेयर को तेजी से कम समय में खरीद और बेच सकते हैं, जिससे Profit भी ज्यादा होता है.
- आपके Demat Account में बोनस शेयर और डिविडेंट अपने आप आ जायेंगे.
तो दोस्तो ये थी Demat Account से सम्बन्धित जानकारी. दोस्तो जैसा कि मैन ऊपर बताया बैंक एकाउंट की तरह ही Demat Account को Open करना बहुत ही आसान हैं, लेकिन एक Institute में आप ज्यादा से ज्यादा 03 खाते ही खुलवा सकते हैं.
इसके अलावा आप आपने डीमेट खाते को किसी दूसरे व्यक्ति को Transfer नहीं कर सकते हैं, केवल शेयर ही ट्रांसफर कर सकते हैं.
यदि आप पहली वार Share Trading करने का मन बना रहे है तो मैं आपको सुझाव दूंगा कि आप किसी Trusted Financial सलाहकार से सलाह जरूर लें तभी शेयर बाजार में Investment करने के बारे में सोचें, क्योंकि यहां फायदा तो होता ही है साथ ही नुकसान उससे कहीं ज्यादा होने की संभावना बनी रहती है.
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