अंतरिक्ष क्या है? :- अंतरिक्ष, सभी शब्द से भली-भांति परिचित हैं, अगर नहीं है तो बता दें कि कुछ खगोलीय पिंडों जैसे- ग्रह, उपग्रह, गैलेक्सी तथा तारों के बीच की जो जगह होती है उसे हमें स्पेस कहते हैं और जब यही हजारों लाखों करोड़ों अरबों खगोलीय पिंड एक साथ मिलते हैं अथवा यह सभी एक साथ मिलकर ब्रम्हांड का निर्माण करते हैं।
अंतरिक्ष एक विशालकाय तन्त्र है जिसमें बहुत से ग्रह, उपग्रह, तारे इत्यादि होते हैं, पृथ्वी तो इसका एक छोटा सा अंग है। अंतरिक्ष पृथ्वी की तरह न जाने कितने ही ग्रह उपस्थित हैं।
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सैन्य अंतरिक्ष बल का उदगम्
जब बात अंतरिक्ष की हो तो हम यह कैसे भूल सकते हैं कि मनुष्य समय के साथ-साथ और भी आधुनिक होता जा रहा है और उसे हर क्षेत्र में जिज्ञासा होती है और वह उस क्षेत्र, वस्तु इत्यादि के बारे में इतनी ज्यादा जिज्ञासा रखता है कि जितना वह उस वस्तु अथवा उस क्षेत्र के बारे में जान सकता है उतना अधिक से अधिक जानने का प्रयास करता है। इसी प्रकरण में अंतरिक्ष मनुष्य से कैसे छूटा रह सकता है।
आज हर देश अंतरिक्ष में वर्चस्व स्थापित करना और पूरी दुनिया को अपना लोहा मनवाने के लिए अंतरिक्ष में एक से एक उपग्रह और एक से एक विकसित वस्तु का आविष्कार यह जानने के लिए कर रहा है कि अन्य ग्रहों पर जीवन है अथवा नहीं और इस क्षेत्र में कई देश ऐसे भी हैं जो इस प्रकरण में इतने आगे तक बढ़ चुके हैं कि उन्होंने ‘सैन्य अंतरिक्ष बल’ की भी स्थापना करने की घोषणा कर दी है वह देश और कोई नहीं ‘अमेरिका’ ही है।
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सैन्य अंतरिक्ष बल के बारे में कुछ जानकारी :-
अमेरिका के पास थल सेना, वायु सेना, नौ सेना, मरीन कॉर्प्स और कोस्ट गार्ड जैसे पांच सैन्य बल हैं। अब वह सैन्य अंतरिक्ष बल को भी इसी सूची में जोड़ने जा रहा है, यह सैन्य बल अमेरिकी वायु सेना का ही एक हिस्सा होगी, ठीक उसी प्रकार जैसे मरीन कॉर्प्स अमेरिकी नौसेना का ही एक हिस्सा है।
अमेरिका ने सैन्य अंतरिक्ष बल के लिए सिर्फ चार करोड़ डॉलर का बजट ही पास किया है परंतु आने वाले समय में ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका कि इस सैन्य बल का बजट अरबों डॉलर तक जा सकता है। इस सैन्य बल में शुरुआत में वायु सेना के ही अधिकारियों को रखे जाने की संभावना है। इस सैन्य बल में 16000 सैनिक होंगे।
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