पढ़ा हुआ याद कैसे रखें – How to remember what you studied?

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क्या आप को पढ़ा हुआ आसानी से याद नहीं होता है? जब आप पढ़ने बैठते हैं तो आपका मन नहीं लगता है? इन सब बातों को जानने के लिए आपको अपने माइंड को समझना जरूरी है। दोस्तों हमारा माइंड किसी भी चीज को तब याद करता है , जब उसका उस चीज में इंटरेस्ट होता है। जैसे किसी फिल्म और घटना को हम लंबे समय तक याद रखते हैं। जिस सब्जेक्ट में आपका इंटरेस्ट अधिक होता है उसे याद करना आसान होता है। जबकि जिस सब्जेक्ट में आपका इंटरेस्ट कम होता है,  उसे याद करना मुश्किल होता है। 

हम आपको इस वीडियो में  कई ऐसे प्रेक्टिकल तरीके बताने वाले हैं। इन बातों को  अपनाकर आप आसानी से किसी भी चीज को याद कर सकते हैं। ‌और परीक्षा में अच्छे नंबर पा सकते हैं। तो दोस्तों इसके लिए आपको पूरा वीडियो देखना होगा बिल्कुल भी स्किप नहीं करना है। इस वीडियो में,  मैं आपको पढ़ने का वैज्ञानिक तरीका भी बताऊंगा जिससे आप कोई भी चीज आसानी से याद कर लेंगे।

पढ़ने के लिए इंटरेस्ट जगाये

दोस्तो यदि आप पढ़ने के लिए बैठे तो सबसे पहले अपने अंदर इंटरेस्ट जगाए। ‌ क्या पढ़ने जा रहे हैं। टॉपिक के बारे में 2 मिनट सोचें। कि पिछली बार आपने उससे रिलेटेड कौन सा टॉपिक पड़ा था, और इसमें क्या-क्या पढ़ने जा रहे हैं। कई रिसर्च से यह पता चला है,  कि जब तक आप इंटरेस्ट पढ़ने के लिए नहीं  जगायेंगे,  तब तक आपको पढ़ा हुआ आसानी से याद नहीं होगा।

नोट्स या किताब जब भी पढें तो हाथ में पेंसिल जरूर रखें

दोस्तों जब भी आप पढ़ाई करने के लिए बैठे तो अपने हाथ में पेंसिल जरूर रखें। पढ़ते समय मैन प्वाइंट्स को पेंसिल से हाईलाइट जरूर कर ले। ‌ इस तरीके से, आपका ब्रेन उस विशेष बात को आसानी से याद कर पाता है, जिसे आपने हाईलाइट किया है। समझ कर याद करने का यह सबसे बेहतरीन तरीका है।

अपना नोट्स स्वयं बनाएं

जब आप किसी टॉपिक को सर्च करते हैं और उसे सरल शब्दों में लिखते हैं। इस तरीके से आपका दिमाग बहुत तेजी से एक्टिव होता है। यही कारण है कि, किसी का बना बनाया नोट्स पढ़ने पर भी शायद  नहीं रहता है लेकिन अपने से बनाए गए नोट्स में आपकी रिसर्च और एक्टिविटी होती है। जिससे आपको टॉपिक अच्छे से समझ में आता है। ‌ कई किताबों और लेक्चर से जब आप अपना नोट्स तैयार करते हैं, तो एक तरह से आप अपने दिमाग को सरलीकरण करना, सिखा रहे होते हैं। ‌ इसके अलावा तुलना करना भी, सीखने का एक तरीका होता है। यानी आपने जो सिद्धांत और बातें सीखी हैं, उन्हें अपने शब्दों में आप सरल ढंग से लिख रहे हैं, इस तरह से नोट्स आपको आसानी से याद हो जाते है।

याद करने का  तरीका ग्रुप स्टडी

जब हम पढ़ाई करते हैं तो सीधे किसी नोट्स को याद करते हैं या प्रश्न उत्तर को याद करने की कोशिश करते हैं जबकि हमारा मन नहीं लगता है।

 मन इसलिए नहीं लगता क्योंकि हम पढ़ते समय किसी सिद्धांत और किसी फैक्ट की पूरी बातों पर विश्लेषण नहीं करते हैं। ‌ इसलिए टॉपिक भी कठिन लगता है और याद नहीं होता है।

लेकिन दो या चार लोग मिलकर किसी टॉपिक पर डिस्कस करते हैं तो आसानी से समझ में आता है। इसलिए पढ़ाई में ग्रुप में डिस्कस करना बहुत जरूरी होता है। ग्रुप स्टडी में जब 4 लोग मिलते हैं तो किसी टॉपिक के चार पहलुओं पर बात करते हैं और एक दूसरे से तर्क वितर्क करते हैं, इस लॉजिक के कारण आपको सोशल साइंस, मैथ, विज्ञान जैसे कठिन सब्जेक्ट भी आसानी से समझ में आने लगते है।

लगातार पढ़ाई से दिमाग थक जाता है

अगर आप लगातार लंबे समय पढे़ंगे तो दिमाग थक जाता है, और कोई पढ़ी हुई बात समझ में नहीं आती है। दोस्तों एक स्टडी से यह बात सामने आई है कि ब्रेन अगर थक जाता है, तो पढ़ाई समझ में नहीं आती है। ‌ क्योंकि कंसंट्रेशन यानी एकाग्रता पढ़ाई पर नहीं बनती है। और कोई भी चीज याद रखना मुश्किल हो जाता है। इसलिए पढ़ाई के हर घंटे के बीच में, ब्रेक जरूर लेना चाहिए। इससे ब्रेन की लर्निंग कैपेसिटी बढ़ती है। यानि समझने और याद करने की क्षमता बढ़ती है।

पढ़ाई में दोहराना जरूरी

अक्सर लोग नोट्स को एक बार पढ़ लेते हैं और सोचते हैं कि सब कुछ समझ में आ गया है। असल में हमारा दिमाग  अस्थाई तौर पर ही याद कर पाता है, उसके कुछ घंटे बाद लगभग 50% और 1 हफ्ते में 90% पढ़ी हुई टॉपिक या बात भूल जाते है।

अगर स्टडी समझ- समझ के करेंगे तो लंबे समय तक याद रहता  है। लंबे समय तक याद रखने के लिए सब्जेक्ट को बार-बार दोहराना जरूरी होता है। केवल एग्जाम के समय याद करने की कोशिश करेंगे तो याद नहीं होगा। अगर आप पहले से रिवीजन करके पढ़ रहे हैं, तो इम्तिहान के समय याद रखना आसान हो जाता है। जब भी कुछ नया पड़े तो उसके अगले हफ्ते उसे रिवीजन जरूर कर ले।

माइंड पैलेस टेक्निक

अगर आप चाहते हैं कि आप पढ़े हुई चीजों को, आसानी से याद कर सके, तो हम कुछ टिप्स यहां अब बताने जा रहे हैं, जिसे आप आज से ही लागू कर दें,  जिससे आप पढ़ते समय अपनी पढ़ाई के फैक्ट को बेहतर तरीके से याद कर पाएंगे, यह साइंटिस्ट के द्वारा खोजा गया एक वैज्ञानिक तरीका है ।

जब भी कुछ आप पढ़े, तो उसे याद रखने के लिए रोजमर्रा की जिंदगी से रिलेट करना सीखें। दोस्तों इस तकनीक को अंग्रेजी में माइंड पैलेस तकनीक कहा जाता है।

इसके लिए आपको अपने माइंड में कल्पना करना है। मान लीजिए कि, आप फादर कामिल बुल्के के बारे में पढ़ रहे हैं।

 याद रखना है कि उन्होंने Blue Bird उपन्यास का अनुवाद हिंदी में नील पंछी नाम से किया है। बेल्जियम के रहने वाले थे।‌ भारत में आने के बाद उन्होंने यहीं पर अपना पूरा जीवन बिता दिया और हिंदी के लिए समर्पित रहे। ‌

इन सब बातों को याद रखने के लिए, आप कल्पना करेंगे कि फादर कामिल बुल्के  नील पंछी को खाना खिला रहे हैं। बगल में अंग्रेजी किताब है, जिसका रंग नीला है। उस पर एक चिड़िया बैठी है। ‌  इसके बारे में एक अनुवाद हिंदी में लिख रहे है। जिसे ब्लू बर्ड कहा जाता है।

इस तरह के अजीबोगरीब, माइंड पैलेस,  आप आसानी से बना कर याद रख सकते हैं। धीरे-धीरे आप इस माइंड पैलेस को आसानी से बना लेंगे। फिर लंबे समय तक, आपको कोई भी पढ़ी हुई बात याद करना आसान हो जाएगा।

खुद को आईने के सामने पढ़ा कर याद रखना आसान

दोस्तो आपने जो कुछ पढ़ा है उसे लंबे समय आसानी से याद रख सकते हैं। इसके लिए आपको आईने के सामने खड़े होकर खुद को समझाना है। जिस तरीके से एक टीचर स्टूडेंट्स को समझाता है। ‌ इस तकनीक से, आपको टॉपिक अच्छी तरीके से याद हो जाता है।

कहानी और कविता के माध्यम से याद करना

दोस्तों आप लोग को मालूम है कि, कोई भी टापिक,  कहानी और कविता के माध्यम से याद करना आसान हो जाता है। केमिकल प्रियोडिक टेबल बहुत मुश्किल होता है, लेकिन अगर इसे आप किसी प्रकार की कहानी या कविता के रूप में लिख लेते है तो याद रखना बहुत आसान हो जाता है। इस वाक्य पर ध्यान दें। हाँ लीना को मिल गई रूबी & She is fire [Han LiNa Ko mil gai Ruby & C is Fire] जो आप आसानी से याद कर लेंगे, और कैमिकल प्रियोडिक टेबल फर्स्ट ग्रुप से जोड़ कर याद कर सकते हैं।‌

Han हाइड्रोजन

 LiNa से लिथियम नाइट्रोजन

Ko mil ga से पोटेशियम

i Ruby से Rubidium

& C is से caesium

Fire से Francium

इस तरह से पूरी प्रोडक्ट टेबल  आसानी से याद हो जाता है।

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