दो भाई और अजगर – Motivational Story In hindi

0
484
Motivational Story In hindi

दो भाई और अजगर – Motivational Story In hindi: नमस्कार प्रिय पाठको अजबगजब जानकारी की एक और Motivational Story में आपका स्वागत है। दोस्तों आज की यह मोटिवेशनल स्टोरी दो भाइयो के जीवन पर लिखी गयी है। जिसमे उनके पिताजी की मृत्यु हो जाती है जिसके बाद दोनों भाइयो में धन का बंटवारा कर दिया जाता है। आगे क्या होता है आप इस Motivational Story में पढ़ेंगे। 

Motivational Story In hindi

Moral Story In Hindi

बहुत पुरानी बात है दोस्तों ! पटना नगर में दो भाई रहा करते थे। वे ब्राह्मण जाती के थे। बड़े भाई का नाम यज्ञसोम था और छोटे भाई का नाम कीर्तिसोम था। उनके पिताजी का देहांत हो चूका था पर खुशी की बात है थी कि उनके पिताजी दोनों बेटो के लिए खूब सारा धन छोड़ कर गए थे। 

छोटा भाई कीर्तिसोम बहुत ही चतुर था ! उसने अपना सारा पैसा व्यापार में लगाया इससे कीर्तिसोम को बहुत लाभ हुआ। 

जबकि बड़े भाई यज्ञसोम ने कुछ नहीं किया ! उसने अपना सारा पैसा ऐश और आराम तथा खाने-पिने में खर्च कर दिया। जब यज्ञसोम के पास एक भी पैसा ना बचा तो उसने अपनी पत्नी से कहा 

“अपने भाइयो के बीच निर्धन रहना बड़ी लज्जा की बात है 

  इससे तो कही अच्छा है कि हम विदेश में जाकर रह जाये”

उसकी पत्नी ने उत्तर दिया – बात तो आप ठीक कहते है मुझे भी शर्म आती है, लेकिन कही जाने के लिए भी तो पैसा चाहिए। ऐसा कीजिये आप कीर्तिसोम के पास जाइये और रास्ते खर्च के लिए पैसे मांग लाइए। 

यज्ञसोम अपने छोटे भाई कीर्तिसोम के पास पहुंचा और सारी बाते बता दी। फिर कहा ”में विदेश जाकर धन कमाना चाहता हूँ रास्ते  के लिए तुम मुझे कुछ पैसे दे दो। 

कीर्तिसोम अपने भाई की यह हालत देखकर बहुत दुखी हुआ। वह यज्ञसोम को कुछ धन देने के लिए भी राजी हो गया लेकिन जब कीर्तिसोम ने अपनी पत्नी से इसके बारे में पूछा तो उसकी पत्नी ने ऐसा करने से मना कर दिया और कहने लगी 

”तुम्हारे भाई पैसा कमाना जानते ही नहीं है 

ये उधारी का पैसा भी खाने-पिने में उड़ा देंगे”

यह सुनकर कीर्तिसोम ने अपने बड़े भाई को पैसे देने से मना कर दिया। तब यज्ञसोम अपनी पत्नी को लेकर बिना पैसे ही चल पड़ा। चलते चलते वह दोनों एक घने जंगल में जा पहुंचे। वहां उन्हें एक बड़ा भयानक अजगर दिखाई दिया। वह अजगर यज्ञसोम को देखते ही उसे निगल गया। उसकी पत्नी ने यह देखा तो वह जोर जोर से विलाप करने लगी और धरती पर गिरकर लौटकर रोने लगी। तभी उसे मनुष्य की वाणी सुनाई दी। पर वह अजगर की वाणी थी। 

वह अजगर उसे मनुष्य की आवाज में पूछ रहा था –

कल्याणी तुम इस तरह विलाप क्यों कर रही हो ?

यज्ञसोम की पत्नी ने जवाब दिया –

आपने इस विदेश में मुझ दुखिया का भिक्षा पात्र जो छीन लिया है , अब में विलाप नहीं करू क्या ?

अजगर ने तुरंत अपने मुँह से सोने का एक भिक्षा पात्र निकाला और कहा या लो भिक्षा पात्र !

यज्ञसोम की पत्नी बोली – मुझ अभागन को कौन भिक्षा देगा ?

अजगर ने कहा तुम इस पात्र को आगे करके जिससे भी भीख मांगोगी वह अवश्य तुम्हे भिक्षा देगा और नहीं देगा तो उसी क्षण उसके सिर के सौ टुकड़े हो जायेंगे। 

तब स्त्री बोली यदि आपकी बात सच है तो सबसे पहले में आपसे ही अपने पति की भीख मांगती हूँ। 

अजगर ने तुरंत यज्ञसोम को जीवित ही उगल दिया ! लेकिन अचरज की बात यह है कि ऐसा करते ही  एक दिव्य पुरुष में बदल गया !

यज्ञसोम की पत्नी डर गई इस अजीबोगरीब दृश्य को देखकर ! लेकिन तभी दिव्य पुरुष ने बताया कि वो विद्याधरों का राजा है और मेरा सही नाम कांचनदेव है। गौतम ऋषि ने किसी बात पर नाराज होकर मुझे अजगर बना दिया लेकिन मेरे बार बार क्षमा मांगने के कारण गौतम ऋषि ने मुझे कहा कि में अपना शराब तो पूर्ण रूप से वापस नहीं ले सकता लेकिन हां तुम्हे इस श्राप से मुक्ति तब मिलेगी जब तुम्हे किसी सती-सावित्री महिला से बात करने का अवसर मिलेगा। जिस दिन ऐसा होगा ना उस दिन तुम अजगर से वापस विद्याधर बन जाओगे। 

तुम सचमुच सती हो ! तुमने मुझसे बाते की इसी वजह से आज मेरा यह श्राप दूर हो पाया है। 

कांचनदेव ने उस सोने के भिक्षा पात्र को रत्नो से भर दिया उसके बाद दोनों से विदा लेकर आकाशमार्ग से अपने देश विद्याधर चला गया। 

यज्ञसोम और उनकी पत्नी अब बहुत खुश थे उनके पास रत्नो से भरा हुआ स्वर्ण भिक्षा पात्र था। यज्ञसोम अब यह समझ गया था कि काम करते रहने से ही धन में वृद्धि है। यज्ञसोम और उसकी पत्नी दोनों घर लोट आये और सुखपूर्वक काम करते हुए रहने लगे। 

स्टोरी से प्रेरणा 

दोस्तों जीवन में काम करते रहने से ही धन में वृद्धि होती है चाहे आपके पास कितने ही पैसे क्यों ना बैठे बैठे खाएंगे ऐश करेंगे तो जीवन में एक दिन ऐसा आता है जब हमारे पास कुछ भी नहीं बचा होता है। इस Motivational Story का मुख्य उद्देश्य लोगो को काम के प्रति सकारात्मकता लाना है। यदि आप भी यज्ञसोम की तरह बैठे बैठे खाते है तो जरा संभल जाइये और अपने काम के प्रति पूरी सजकता और लगन से मेहनत करते रहिये ताकि आपके धन में हमेशा वृद्धि होती रहे। 


दोस्तों में लोकेश रेशवाल जो आपको यह मोटिवेशनल कहानी सुना रहा हूँ यदि आप ऐसी ही कहानियां पढ़ना पसंद करते है तो आप मेरी वेबसाइट पर जा सकते है जिसका लिंक निचे दिया गया है। 


और पढ़ने के लिए जाये – Best motivational Hindi Kahaniyan Moral Stories In Hindi On Bestbookshindi.in


आपको यह मोटिवेशनल स्टोरी कैसी लगी हमे कमेंट करके जरूर बताये और इसे अपने फेसबुक और व्हाट्सप्प मित्रो के साथ जरूर साझा करे ताकि वे भी अपने जीवन में धन के महत्व को समझ सके

और अपने जीवन को बेहतर बना सके। 

Disclaimer: Please be aware that the content provided here is for general informational purposes. All information on the Site is provided in good faith, however we make no representation or warranty of any kind, express or implied, regarding the accuracy, adequacy, validity, reliability, availability or completeness of any information on the Site.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here