Mahashivratri Vrat in Hindi – हिन्दू धर्म मैं हर एक त्यौहार का अपना एक अलग ही महत्व होता है। इन सब के बीच सभी देवताओ के आराध्य और देबो के देव महादेव का महोतस्ब यानि कि शिवरात्रि का अपना एक अलग ही महत्व होता है। हिन्दू धर्म की मान्यताओं की माने तो इसी दिन माता पार्बती के साथ भगबान भोले का विवाह संपन्न हुआ था। और इसी लिए इस दिन शिव भक्तो के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं होता है। इस दिन सभी शिब भक्त ब्रत रखते है।
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शिव जी आते है धरती पर-
मान्यताओं की माने तो लोगो का मानना है , की इस दिन खुद भगबान शिव धरती पर आते है। और बह उन सभी जगहों पर जाते भी है जंहा जंहा उनकी शिवलिंग बिराजमान होती है। और अपने भक्तो की हर मनो कामना को बह पूरा करते है। लोगो का यंहा तलक मानना है की इसी दिन शिव जी को पहली बार शिवलिंग के रूप मैं पूजा गया था। इस दिन यह महापर्व 13 फरवरी को यानी की मंगलबार को होगा। इस दिन सभी शिव भक्त अपने आराध्य को खुश करने के लिए उपवास रखते है।
एक बात तो सभी हिन्दू धर्म को मानने बाले लोग भली भांति रूप से जानते ही होंगे की हर महीने मासिक शिवरात्रि आती है। मगर साल मैं दो बार पड़ने बाली इन शिवरात्रि का अपना एक अलग ही महत्व होता है। साल मैं आने बाली दोनों शिबरात्रि का अपना एक अलग ही महत्व होता है। साल की पहली शिवरात्रि फाल्गुन मास में तथा दुसरी श्रावण मास मैं होती है। लेकिन इस बार की शिवरात्रि मैं एक बड़ा ही महा सयोंग बनने जा रहा है। इसीलिए अगर आप इस दिन ज्योतिस्यो के बातये अनुसार कुछ उपाय कर लेते है। तो इससे आपको बहुत धन लाभ होने के लाभ बने रहते है।
यह करे उपाय
आज हम आपको एक ऐसे ही उपाय के बारे मैं बताने जा रहे है ,जिसे अगर आप शिवरात्रि के दिन सुबह नहाते बक्त कर लेते है। तो आपकी किस्मत खुलने से कोई नहीं रोक सकता है। लेकिन आपको यह सभी उपाय करने शिवरात्रि के दिन स्नान के समय ही है।
उपाय(Mahashivratri Upay)
सबसे पहले नहाते समय आपको एक कटोरी मैं पानी लेना है, और उस पानी बाली कटोरी को आपको अपने मंदिर मैं जा कर रख देना है। इसके बाद आपको उस कटोरी को मंदिर से उठा लेना है, और उस कटोरी को अपने हाँथ मैं पकड़ कर अपने ऊपर आयी हुई सभी परेशानियों के बारे मैं बोलना है। इसके बाद उस पानी को उबलने रख दे। फिर उसमे एक छोटी और एक बड़ी इलायची को दाल दीजिये।
अब इस पानी को अपन नहाने बाले पानी के साथ ही मिला ले। लेकिन इस बात का ध्यान रखना है आपको की यह उपाय केबल शिवरात्रि के सुबह स्नान के समय ही करना है। अन्यथा आपको इसका सही फल नहीं मिल सकेगा। इसके बाद आपको इस उपाय का सही असर कुछ दिनों मैं ही दिखने लगेगा।