ममता बनर्जी की जीवनी -Biography of Mamata Banerjee in Hindi । Mamata Banerjee life Facts in hindi
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee biography) बंगाल की मुख्यमंत्री वर्तमान में है। दीदी didi के नाम से मशहूर है। आजकल काफी चर्चा में है, क्योंकि बंगाल का विधानसभा चुनाव होने वाला है। बंगाल के चुनाव Bengal election में इस बार भाजपा BJP दखल बढ़ने के कारण ममता बनर्जी के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ममता बनर्जी ने अपने शुरुआती करियर में कांग्रेस Congress की विचारधारा को अपनाया फिर उसके बाद कांग्रेस से अलग होकर नई अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की, जिसे टीएमसी या एआईटीएमसी भी कहा जाता है।
ममता बनर्जी की राजनीतिक उपलब्धि
ज्योति बसु Jyoti Basu उस समय के कद्दावर नेता थे और बंगाल में कई बार मुख्यमंत्री बन चुके थे। ममता बनर्जी काफी महत्वकांक्षी थी और उन्होंने ज्योति बसु के खिलाफ अपनी राजनीति मजबूती शुरू कर दिया और जनता ने ममता बनर्जी को पसंद करना शुरू किया। विधानसभा चुनाव में बहुमत आने पर उनकी पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री के पद के लिए चुना और तब से लेकर अब तक एकछत्र बंगाल में ममता बनर्जी का राज्य है। लेकिन इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बढ़ती भी दखल के कारण ममता बनर्जी अपनी लोकप्रियता जाती हुई दिख रही है। ऐसे में मीडिया में बहुत सी खबरें हैं आइए इसी बहाने जानते कि ममता बनर्जी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत और उनके बारे में और भी इंटरेस्टिंग जानकारी यहां पर दे रहे हैं। Mamta Banerjee biography से कुछ इंटरेस्टिंग बातें हम यहां पर निकालकर आपके लिए लाए हैं।
Mamata Banerjee बचपन से महत्वकांक्षी और प्रतिभाशाली व्यक्तित्व वाली सोच की थी। कोलकाता में 5 जनवरी 1955 को इनका जन्म हुआ। कोलकाता में ही इन्होंने जोगमाया देवी कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की और इसके बाद m.a. इस्लामी इतिहास से किया। एलएलबी की डिग्री भी उन्होंने हासिल किया।
कांग्रेस पार्टी से जुड़कर राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा। बंगाल की राजनीति में ममता बनर्जी ने ज्योति बसु से सीधी टक्कर ली। 1997 में कांग्रेस से अलग होकर तृणमूल कांग्रेस की स्थापना ममता बनर्जी ने किया।
बंगाल में वर्तमान में विधान सभा के चुनावों को चुनाव अभियान बहुत ही तेजी से चल रहा है, टीएमसी और बीजेपी दोनों अपना पूरा जोर बंगाल में सत्ता की गद्दी हासिल करने के लिए जनता के बीच अपनी बातें रखकर उन्हे सत्ता हासिल करने के लिए वोट करने के लिए पूरा प्रयास कर रही हैं। इसी बीच हम आपके एक Poll लेकर आये हैं। आप नीचे वोट करके अपना समर्थन व्यक्त कर सकते हैं।
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ममता बनर्जी interesting fact of Mamta banarji से जुड़ी हुई इंटरेस्टिंग बातें
ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर चुनी जाने वाली पहली महिला मुख्यमंत्री first woman chief minister of state होने का श्रेय उन्हें जाता है।
ममता बनर्जी को लोग प्यार से दीदी यानी बड़ी बहन कहते हैं। पश्चिम बंगाल West Bengal election 2011 के 2011 के विधानसभा चुनाव में बहुत बड़ी जीत हासिल की थी 34 साल से मार्क्सवादी विचारधारा पर चल रही पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी Indian Communist Party किस सत्ता को जड़ से उखाड़ फेंका।
आपको बता दें कि 34 साल से सत्ता पर लोकतांत्रिक ढंग से राज करने वाली पश्चिम बंगाल में ही नहीं, पूरे विश्व में पहली ऐसी कम्युनिस्ट पार्टी थी। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की जनता को अपने भरोसे में लिया और ममता बनर्जी का यह काम बंगाल की जनता को पसंद आया। उनकी ईमानदारी और काम करने के तरीके ने बंगाल को नई गति और दिशा दी है।
सन 2011 से लेकर सन 2020 तक पश्चिम बंगाल की राजनीति में तृणमूल कांग्रेस की प्रधान और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टक्कर में कोई भी राजनीतिक पार्टी बंगाल में ज्यादा नहीं जमा पाई। इधर नरेंद्र मोदी के बंगाल अभियान के कारण सन 2021 का विधानसभा का चुनाव बीजेपी और ममता बनर्जी के बीच में सीधी टक्कर वाला चुनाव देखने को मिलेगा ऐसा 2011 के बाद पहली बार हो रहा है।
ममता बनर्जी को पहली महिला रेल मंत्री first women rail minister होने का रिकॉर्ड भी उनके नाम पर है। वे केंद्र सरकार में दो बार रेल मंत्री रह चुकी है। उन्होंने कई प्रमुख पदों पर देश की बागडोर संभाली है। जैसे में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री, कोयला मंत्री, महिला एवं बाल विकास मंत्रीऔर युवा मामले एवं खेल विभाग शामिल हैं।
अपने कॉलेज के समय में ही 1970 के दशक में राजनीति में अपना मुकाम बना लिया था। कांग्रेस की महिला सचिव सन 1976 से 1980 तक रही।
भ्रष्टाचार विरोधी संघ इंडिया अगेंस्ट करप्शन against corruption ने सन 2013 में ममता बनर्जी को सबसे ईमानदार नेता के रूप में सम्मानित भी किया है।
सादगी जीवन शैली, सफेद साड़ी और हवाई चप्पल में रहने वाली ममता बनर्जी गरीबों और महिलाओं की सबसे पहली पसंद बंगाल में है। उनकी राजनीति पकड़ बंगाल के आम जनों में बहुत ही अच्छी और खास है। इसलिए ममता बनर्जी हमेशा चुनाव में जीत हासिल करती आ रही है।
निम्न मध्यमवर्ग lower middle class family बंगाली परिवार में जन्मी ममता बनर्जी के पिता का नाम श्री प्रोमिलेश्वर बनर्जी और मां श्रीमती गायत्री देवी है। 9 साल की उम्र में ही पिता का साया उनके ऊपर से उठ गया।
अपने जीवन में पढ़ाई के बाद राजनीति में अपने करियर की शुरुआत कांग्रेस (Congress Party) पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में शुरू किया। Congress से मतभेद होने पर 1997 में अपनी मूल कांग्रेस पार्टी का गठन किया। तब से लेकर ममता बनर्जी अब तक राजनीति की उभरती हुई सितारे के रूप में चमकती रही है।
ममता बनर्जी Mamta banarji ने अपना जीवन समाज सेवा और राजनीति सेवा में ही समर्पित कर दिया इसलिए उन्होंने विवाह नहीं किया।
ममता बनर्जी के अंदर राजनीति politics ही नहीं एक कलाकार और एक लेखक भी है। वे कविताएं लिखती है और पेंटिंग भी करती है। एक लेखिका के रूप में बांग्ला भाषा Bangla language writer Mamta banarji में उन्होंने कई यादगार रचनाएं लिखी है। बंगाली में ममता बनर्जी की पुस्तकें मां-माटी-मानुष, जनतार, दरबरे, मानविक, मातृभूमि पुस्तके बहुत ही चर्चित रही है।
यूनाइटेड नेशन के आम चुनाव में ममता बनर्जी ने भारत का प्रतिनिधित्व करने का गौरव भी प्राप्त किया है। रूस में आयोजित वर्ल्ड में राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस Round table conference में महिला सांसद member of parliament के रूप में भारत देश के राष्ट्र का प्रतिनिधित्व भी वहां पर किया था।
पश्चिम बंगाल महिलाओं की हवालात में मौत और उनके खिलाफ अत्याचार पर प्रदर्शन से पूरा बंगाल जागरूक हो गया था। उनकी सबसे बड़ी राजनीतिक और सामाजिक काम सन 1991 में मानवाधिकार को लागू करने के लिए लगातार उन्होंने 21 दिन तक धरना प्रदर्शन किया था।
2012 की टाइम पत्रिका Time Magazine में संसार भर के 100 सबसे ताकतवर और प्रभावशाली लोगों में ममता बनर्जी को भी जगह दी गई थी।
ममता बनर्जी के जीवन पर कुछ रोचक बातें interesting fact of Mamta Banerjee life
ममता बनर्जी के जीवन पर कुछ ऐसी रोचक interesting fact of Mamata Banerjee 2021 बातें जिन्हें आप नहीं जानते हैं उसे यहां पर दिया गया है-
सादगी जीवन और सादगी विचार के साथ उनका भोजन भी बहुत ही सादा होता है। जी हां ममता बनर्जी तेल मसालेदार भोजन से दूर रहती है। इनके खाने में भात चॉकलेट और चाय शामिल है। कुछ खास मौके पर ही तली हुई चीजें और आलू के पकोड़े खाने की शौकीन है।
ममता बनर्जी अपने सेहत पर खास ध्यान देती हैं लगभग 5 से 6 किलोमीटर रोज ठहलती है। विधानसभा या लोकसभा सत्र के दौरान वहां के लोन पर अपने सहयोगियों पत्रकारों के साथ टहल कर ही बातचीत करती हैं।
ममता बनर्जी Mamta banarji का पहनावा बिल्कुल सादा है। वे एकरंगा बार्डर वाली सफेद सूती साड़ी पहनना ही पसंद करती है और आपको बता दिए साड़ियां धनखली में बनती हैं।
राजनीति में कदम रखने से पहले ममता ने स्टेनोग्राफर, प्राथमिक स्कूल शिक्षक, निजी ट्यूटर, सेल्सगर्ल का भी काम किया है।
ममता बनर्जी को बंगाली संगीत, रवींद्रनाथ टैगोर का साहित्य पसंद है। बंगाल के दूरदराज इलाकों में ग्रामीणों द्वारा हस्तशिल्प, चित्रकला उनकी कला को बहुत पसंद करती है। उन ग्रामीणों से हस्तशिल्प की कारीगरी और नमूने को जरूर खरीदती हैं।
ममता बनर्जी सादा जीवन जीने में विश्वास रखती है। एक बार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ममता बनर्जी के पैतृक निवास, जो दक्षिण कोलकाता के हरीश चटर्जी स्ट्रीट पर है, वहां ममता बनर्जी Mamta banarji की सादगी भरा जीवन देखकर दंग रह गए।
बंगाल में वर्तमान में विधान सभा के चुनावों को चुनाव अभियान बहुत ही तेजी से चल रहा है, टीएमसी और बीजेपी दोनों अपना पूरा जोर बंगाल में सत्ता की गद्दी हासिल करने के लिए जनता के बीच अपनी बातें रखकर उन्हे सत्ता हासिल करने के लिए वोट करने के लिए पूरा प्रयास कर रही हैं। इसी बीच हम आपके एक Poll लेकर आये हैं। आप नीचे वोट करके अपना समर्थन व्यक्त कर सकते हैं।
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