Amithabh Bachchan Shayari Quotes | अमिताभ बच्चन कथन

1
2048
Amithabh Bachchan Shayari Quotes

Amithabh Bachchan Shayari Quotes | Best Shayari in hindi | अमिताभ बच्चन कथन

’’तुम्हारी गुफ़्तुगू से आस की ख़ुश्बू छलकती है
जहाँ तुम हो वहाँ पे ज़िंदगी मालूम होती है “‘

“कुछ इतनी तल्ख़ उस दिन हो गई थी गुफ़्तुगू उन से
कई दिन से ज़बाँ का ज़ाइक़ा अच्छा नहीं लगता ”

“वो रिश्ते बड़े प्यारे होते हैं जिनमें न हक़ हो,
न शक हो न अपना हो, न पराया हो,
न जात हो, न जज़बात हो
सिर्फ अपनेपन का एहसास हो”

एक अरसा हुआ अल्फ़ाज़ों को स्याही में भीगा देखे….
कम्बख़त मोबाइल ने चिट्ठियों का वज़ूद ही ख़त्म कर दिया..!!

“वो भी क्या दिन थे जब घड़ी एकाध के पास होती
थी और समय सब के पास होता था ।।।”

‘आँखे बंद करने से , मुसीबत नहीं टलती ।
और मुसीबत आए बिना ,आँखे नहीं खुलती ।”

खुबसूरत हुआ करते थे बचपन के वो दिन,
दुश्मनी की जगह सिर्फ एक कट्टी हुआ करती थी,
और दो उंगलिया जुडने से,दोस्ती फिर शुरू हो जाती थी”

“देखा करो कभी अपनी माँ की आँखों में,
ये वो आईना है जिसमें बच्चे कभी बूढ़े नहीं होते||

Disclaimer: Please be aware that the content provided here is for general informational purposes. All information on the Site is provided in good faith, however we make no representation or warranty of any kind, express or implied, regarding the accuracy, adequacy, validity, reliability, availability or completeness of any information on the Site.

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here