दुनियां भर के करीब 70 देशो में तबाही फैला चुका कोरोना वायरस ने अब भारत मे भी दस्तक दे दी है। दुनियाँ भर में भले ही इस वायरस के चलते आधिकारिक रूप से 3000 मौतें दर्ज की गई हैं, पर अभी तक भारत इस वायरस से अछूता ही था।
लेकिन हाल ही में दो कोरोना वायरस के दो नए केस पाए गए हैं। एक केस देश की राजधानी दिल्ली में सामने आया है तो वहीं दूसरा केस तेलंगाना में सामने आया है। इन दो केस के सामने आते ही भारत का स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो गया है। तरह तरह के जागरूकता अभियान भी सोशल साइट पर चलाए जाने लगे हैं। लेकिन यदि अभी भी आप इस वायरस के बारे में अच्छे से नही जानते हैं, या इसके बचाव ले बारे में नही जानते हैं तो आपको यहां पूरी जानकारी मिलेगी।
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क्या है कोरोना वायरस? what is coronavirus?
सबसे पहला प्रश्न जो हमारे दिमाग मे आता है कि आखिर कोरोना वायरस क्या है और इससे इतना डरने की जरूरत क्यों है? हमने कई तरह की बीमारियों का सामना किया है जैसे मलेरिया, डेंगू, पीलिया आदि। पर इन सब बीमारियों का कही न कही कुछ तो इलाज है। पर कोरोना वाइरस के साथ ऐसा नही है। अभी भी वैज्ञानिक इसका कोई टीका नही बना सके हैं।
असल मे कोरोना वायरस कोई एक सिंगल वायरस नही है, बल्कि वायरस का एक परिवार है, जहां पर और भी कई तरह के वाइरस रहते हैं। इस समय जो वायरस फैल रहा है वह कोरोना परिवार का ही एक वायरस है।
अब यह पहली बार नही है जब कोरोना परिवार का कोई वायरस इस तरह महामारी बनकर फैला हो। इसके पहले भी भी कोरोना वायरस फैमिली के दो वायरस पूरी दुनियां में फैल चुके हैं। जिनमे से एक MERS है और दूसरा SARS है।
इन दोनों वायरस ने भी ठीक इसी वायरस की तरह दुनियाँ के कई देशों में तबाही फैलाई थी। हालांकि बाद में इन वायरस पर रोकथाम लगा दी गई थी।
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नाम के पीछे की वजह.
आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस वायरस का नाम कोरोना वायरस ही क्यों पड़ा? क्या इस नाम की जगह कुछ उर नाम नही रखा जा सकता था। असल मे इसके पीछे की वजह यह थी कि जब इन वायरस को सूक्ष्मदर्शी के द्वारा बहुत करीब से देखा गया तो पाया गया कि इनके सिर ले पीछे एक तरह का आभामंडल तरह की संरचना है जो सूर्य के कोरोना की तरह है। इसलिए इस वायरस का नाम कोरोना वायरस रखा गया।
कैसे फैलता है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस वैसे तो आपके बाल से भी 900 गुना छोटा है लेकिन है इतना प्रभावी की काफी वक्त तक बाहरी वातावरण में जीवित रह सकता है। किसी भी व्यक्ति के शरीर मे कोरोना वायरस सिर्फ तीन रास्तों से जा सकता है। वह हैं आंख, नाक और मुह.
कोरोना वायरस मुख्य रूप से कोरोना वायरस के प्रभावित व्यक्ति के खाँसने, छींकने से शरीर से बाहर आ जाते हैं। फिर जैसे ही कोई स्वास्थ्य व्यक्ति इनके संपर्क में आता है तो यह आँख, नाक या मुँह के जरिए व्यक्ति के शरीर मे चले जाते हैं।
यदि कोई कोरोना प्रभावित व्यक्ति किसी अपने हाथ मे छींक लेता है और फिर उसी हाथ से किसी चीज़ को पकड़ लेता है तो वह वायरस उस समान में चले जाते हैं। फिर जैसे ही कोई स्वस्थ व्यक्ति उस समान को छूता है तो वह वायरस उसके हाथ मे आ जाते है और फिर यदि वही हाथ मुँह में लग गया तो वह वायरस आपके अंदर चला जायेगा।
क्या है बचाव?
हालांकि यह अभी तक हमारा दुर्भाग्य है कि इस महामारी का अभी तक कोई ठोस उपचार नही मिला है। कई चिकित्सक वैज्ञनिक आज भी इस वायरस का वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं लेकिन सफलता नही मिली है। लेकिन यदि फिलहाल यदि उपचार देखे तो यही कहसकते हैं कि सावधानी ही उपचार है।
आपको बहुत सतर्क रहना पड़ेगा। कभी भी किसी व्यक्ति को सर्दी जुखाम की दिक्कत दिखाई दे तो बिना देरी किये डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। किसी भी व्यक्ति के बहुत निकट जा कर बात नही करना चाहिए, खासकर यदि उस व्यक्ति को सर्दी हो।
कभी भी घर से बाहर जाएं तो आने के बाद हाथ को साबुन से अच्छी तरह धोने के बाद ही हाथ अपने चेहरे पर लगाना चाहिये।