प्रस्तावना-प्रकृति हमारी है तो हमे ही इसकी सुरक्षा और देखरेख के उपाय करने होंगे। माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा शुरू किए गए इस अभियान से जुड़कर आप सभी को हमेशा के लिए लड़ना होगा क्योंकि गंदगी की कोई अंतिम तारीख नही होती,खुद स्वच्छ रहेंगे तो हम देश को स्वच्छ रखने में योगदान कर पाएंगे।
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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध – Swachh Bharat Abhiyan Par Nibandh
क्या है स्वच्छ भारत अभियान-
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत गांधी जयंती यानी कि 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा अपने हाथो में खुद जाडू लेकर की गई इसके बाद सोशल मीडिया पर कई बडी हस्तियों ने भी सफाई करते हुए अपनी फोटोस,वीडियो,अपने सोशल मीडिया पर साझा किए जिससे आम आदमी भी जाग्रत हो कि जब वो कर सकते है तो हम क्यों नही।
इस अभियान के तहत भारत मे दिनों-दिन बड रही प्रदूषण की समस्या एक बड़ा रूप ले चुकी है और जो मानव जीवन के भविष्य के लिए बहुत खतरनाक साबित होने वाली है,हालांकि ये समस्या भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया की है लेकिन इस मामले में इतनी बड़ी पहल भारत के द्वारा की गई और इसके ब्रांड अम्बेसडर बनाए गए श्रीमान अमिताभ बच्चन साहब।
प्रदूषण फैलने के बहुत सारे जरिये है जिनमे से कई टॉपिक को लेकर स्वच्छ भारत अभियान शुरू हुआ।
माननीय प्रधानमंत्री जी ने कई योजनाएं चलाई जो स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत आकर ये अभियान एक नई क्रांति की ओर अग्रसर है,जैसे प्रधानमंत्री जी ने हर गाँव के हर व्यक्ति को खुले में शौच मुक्त करने के लिए ग्रामीण छेत्र में सरकार ने 11 करोड़ 11 लाख शौचालय बनाने का लक्ष्य है जिसे लगातार 2014 से अब तक करोड़ो शौचालय बन चुके है,उसके अलावा समुदायिक शौचालय भी बनाए गए।
माननीय प्रधानमंत्री जी का उद्देश्य था कि वर्ष 2019 जोकि इस अभियान की 5 वीं वर्षगांठ थी तक भारत को पूर्णता खुले में शौच से मुक्त कराया जाय जो अभी पूरी तरह से नही हो पाया है लेकिन हा इसमें क्रांतिकारी परिवर्तन आय है,धीरे-धीरे जल्द ही भारत खुले में शौच मुक्ति की ओर अग्रसर है।
दुनिया इतनी ज्यादा तरक्की के लिए दौड़ी की उसने प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों को पैरो तले कुचल दिया लेकिन अब जब भारत ने ये अभियान शुरू किया तब दुनिया इस अभियान की तारीफ कर रही है और अपने देशों में भी ऐसी योजनाए शुरू कर रही है।
इसके लिए भारत सरकार ने हर ग्राम ब शहर में बड़े स्तर पर सफाईकर्मीयों की तैनाती की गई और साथ ही हर छोटे गावँ,शेर में हर मुहल्ले में उचित कूड़ेदानों की व्यवस्था की गई,सोशल युग मे इंटरनेट का सहारा भी लिया गया जिसके तहत लोगो को कूड़े के ढेर की सेल्फी भेजनी होती थी उसके बाद उन्हें इनाम दिया जाता था, साथ मे कई प्रोग्राम शुरू किए जो गांव-गांव में जाकर लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते है।
टेलीविजन,कंप्यूटर में विज्ञापन के जरिये भी लोगो को जागरूक किया जा रहा है।
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प्रधानमंत्री ने इस योजना को आम नागरिकों तक पहुचाने के लिए तमाम छोटी-बड़ी योजनाओं का सहारा लिया,जिनमे से एक मुख्य योजना चलाई गांव व शहर की स्वच्छता में अच्छी रैंकिंग आने पर उन्हें सम्मनित किया गया जिससे अच्छा ये हुआ कि लोगो ने इसे एक प्रतियोगिता समझा और बड़-चढ़कर देश को गंदगी मुक्त बनाने की मुहिम छेड़ दी और आज देश के गावँ शहरो का आम नागरिक अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहा है।
पस्वच्छ भारत अभियान में कई बड़ी हस्तियों, फिल्मी सितारों और क्रिकेटरों ने भी हिस्सा लिया जिसे देखकर देश मे युबाओ में एक जोश आया और उन्हें इस अभ्यान को पंख दे दिये।
क्या जरूरत है स्वच्छ भारत अभियान की-
दिनोंदिन बड़ रहे प्रदूषण को देखते हुए ये फैसला बहुत जरूरी था क्यों अगर हमने अभी अपने बातावरण अपनी प्रकृति पर ध्यान नही दिया तो आने वाले समय मे स्थित गंभीर होगी,गंदगी जो खुद कई बीमारियों ले फैलने का कारण बनती है तो क्यों न इस कारण को ही खत्म किया जाय,क्योंकि अगर हम यूँही गंदगी फैलाते रहे तो आने वाली पीढ़ीयों को बहुत ही मुश्किल वक़्त से गुजरना पड़ेगा।
अभी इतना तो वक़्त है कि इस संकट से लड़ा जा सकता है लेकिन जब तक सभी साथ मिलकर नही लड़ेंगे तब तक कुछ नही होगा।
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निष्कर्ष-
ऐसे कार्य के सरकार चाहे जितना पैसा लगा दे लेकिंन ये अभियान तब तक सफल नही हो सकते जब तक इस विषय मे आम आदमी जाग्रत नही होगा वो खुद गंदगी का विरोध जिस दिन करने लग गया उसी दिन ये अभियान सफल होने लगेगा हालांकि ऐसा नही की क्रांति नही आई स्वछता के छेत्र में कुछ सालों में बहुत बड़ी क्रांति आई है जो अपने आप मे काबिल-ए-तारीफ है लेकिन दुश्मन बहुत बड़ा है ये प्रदूषण इससे लड़ने के लिए खुद तो जाग्रत होने ही है और हो सके तो अपने आसपास के लोगो को भी स्वच्छ भारत अभियान के बारे में बताय और उन्हें समझाय की स्वछता ही स्वस्थय है