National science day in hindi – देखा जाए तो विज्ञान की सहायता से लोगों ने बहुत सी नई तकनीकों का अविष्कार किया है, जिससे मानव जीवन और बेहतर बन गया है। यदि आप आंकलन करें तो पता नहीं कितनी वस्तुएं है जिनका आप प्रतिदिन इस्तेमाल करते हैं यह सब विज्ञान की ही देन हैं। ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो नामुमकिन सी लगती हैं लेकिन हम-आपके देखते ही वह चीजें भी केवल विज्ञान की सहायता से हो सकी हैं। आंतरिक्ष से लेकर कम्प्यूटर, मोबाइल , रोबोट आदि सभी विज्ञान की ही देन है जो इंसानी जीवन में बहुत महत्व रखती हैं। आज के समय में स्कूलों में बच्चे डिजिटल पढ़ाई पढ रहे हैं यह सब विज्ञान की सहायता से ही संभव हो सका है।
हमारा देश कई महान वैज्ञानिकों ने जन्म लिया है जिनकी बदौलत हमारा देश भारत आज विश्व पटल पर विज्ञान के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने मे कामयाब रहा है। इन्ही सभी बातों को ध्यान में रखते हुए और विज्ञान की महत्वता को समझते हुए हमारे देश में प्रतिवर्ष “ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस“ मनाया जाता है। तो आज हम आपके लिए विज्ञान दिवस के बारे में जानकारी साझा करने जा रहे हैं कि इस दिवस को कब और क्यों मनाया जाता है, इसका इतिहास क्या है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कब मनाया जाता है और इसका उद्देश्य क्या है-
भारत में प्रत्येक वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है. दरअसल इस दिन विज्ञान दिवस मनान का कारण यह है कि भारत के प्रसिद्द भौतिक शास्त्री चन्द्रशेकर वेंकट रमन के द्वारा भारतीय विज्ञान के क्षेत्र में 28 फरवरी 1928 में एक अविष्कार पूरा हुआ था। इस अविष्कार का नाम प्रकाश के प्रकीर्णन था जिसे ‘रमन प्रभाव’ के नाम से भी जाना जाता है। वह भारत के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने ऐसे अविष्कार पर शोध किया था। भविष्य में इस अविष्कार को हमेशा याद रखा जाये इसको लेकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीय संचार के लिए राष्ट्रीय परिषद द्वारा भारत में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाने के लिए भारत सरकार से आग्रह किया था। तब से समस्त भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस इसी दिन मनाया जाने लगा।
कैसे मनाया जाता है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस?
सम्पूर्ण भारत में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस को बहुत ही उत्साहित होकर मनाया जाता है। इस बीच स्कूल व कॉलेजो के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न विज्ञान प्रोजेक्ट आदि को प्रदर्शित किया जाता है, जिसमें स्कूली बच्चे बढ-चढ़ कर भाग लेते हैं। इसके अलावा बच्चों को विज्ञान के बारे में विस्तार से समझाया जाता है जिससे वह विज्ञान के प्रति प्रेरित हों और भविष्य में कुछ अच्छा करने की सोचें। इसके साथ ही राष्ट्रीय और राज्य विक्षान संस्थान अपने नवीन शोंधों के बारे में जानकारी देते हैं।