महाराजा अग्रसेन का इतिहास । महाराजा अग्रसेन जीवन परिचय । महाराजा अग्रसेन जयंती शायरी एवं सुविचार। Maharaja Agrasen History in Hindi । Maharaja Agrasen Jeevan Parichay । Maharaja Agrasen Jayanti Shayari and Quotes-
आइए जाने महाराजा अग्रसेन की जीवनी के बारे में आपको बता दें कि महाराजा अग्रसेन का जन्म अश्वनी महीने Ashwini month के शुक्ल प्रतिपदा को हुआ था। Maharaja Agrasen का जन्म द्वापर के अंतिम काल और कलयुग की शुरुआत में लगभग 5187 साल पहले हुआ था। महाराजा अग्रसेन भगवान श्रीराम की 34 वीं पीढ़ी में जन्म लिये थे। सूर्यवंशी क्षत्रीय कुल के प्रताप नगर के महाराजा वल्लभ सेन के घर में जन्म लेने वाले महाराजा अग्रसेन महान शासक बने। इनकी नगरी का नाम प्रतापनगर था। बाद में शहर अमरोहा स्थापना की।
महाराजा अग्रसेन व्यापारियों के शहर अग्रोहा के एक महान भारतीय राजा के विशेषण से सम्मानित है। आज एक प्रसिद्ध स्थान हैं।
महाराजा अग्रसेन का इतिहास
कर्मयोगी, लोकनायक, समाजवादी व्यवस्था के निर्माता महाराजा अग्रसेन हिंदू संस्कृति के संवाहक है। रामराज्य का सपना साकार करने वाले महाराजा अग्रसेन सच्चे जीवन के पथ प्रदर्शक थे। एक आदर्श राजा होने के कारण प्रजा इन्हें बहुत प्रेम करती थी।
कुशल शासक
Agrasen Maharaj राजा Vallabh बड़े पुत्र थे। Maharaja Agrasen कुशल शासक थे और इनकी शासन व्यवस्था की प्रशंसा हजारों साल बाद भी आज भी होती है। इनकी जयंती बड़ी धूमधाम से अग्रवाल समाज भी बनाता है। अपनी नई शासन प्रणाली व्यवस्था में उन्होंने सभी को घर उपलब्ध कराने के लिए कई तरह के नियम बनाए थे। जिसमें सभी प्रजा को एक रुपए और एक ईट दान करने के लिए कहा था।
वैदिक और संस्कृति की मूल मान्यताओं को अपने राज्य में लागू किया था। बिजनेस, एग्रीकल्चर, इंडस्ट्रीज, गो पालन के साथ ही नैतिक मूल्यों की स्थापना का बीड़ा भी उन्होंने उठाया था।
लोकतांत्रिक व्यवस्था के पक्षधर
महाराजा अग्रसेन ने कुल 108 साल तक कुशलता से शासन किया। उन्होंने हिंदू धर्म ग्रंथों में बताए गए वर्ण व्यवस्था के अनुसार कर्म को स्वीकार किया और नए आदर्श की व्यवस्था स्थापित की। उनके जीवन के तीन आदर्श बातें हैं पहला है लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था दूसरा है आर्थिक समरूपता और तीसरा है सामाजिक समानता।
महाभारत युद्ध के समय
महाभारत युद्ध काल में अग्रसेन जी की उम्र 15 वर्ष की थी। महाभारत युद्ध में सभी मित्र राजा को युद्ध के लिए निमंत्रण भेजा गया था। अग्रसेन के पिता वल्लभसेन से अपनी सेना सहित युद्ध में शामिल होने का न्योता पांडव ने भेजा था। आपको बता दें कि महाभारत के युद्ध में महाराजा वल्लभ अपनी सेना के साथ पांडवों की तरफ से कौरवों से युद्ध किया।
महाराजा अग्रसेन का सम्राज
कुशल प्रशासक होने के साथ-साथ की एक कुशल व्यक्तित्व के स्वामी भी। महाराजा अग्रसेन ने अपने राज्य को अट्ठारह गढ़ राज्यों में बांटकर एक विशाल राज्य बनाया था। राज्य का नाम अग्रेय गणराज्य या अग्रोदय हुआ। महर्षि गर्ग ने महाराजा अग्रसेन को राज्य के 18 गणाधिपतियों के साथ 18 यज्ञ कराने के लिए संकल्प कराया। यज्ञों में भाग लेने गणाधिपतियों के नाम पर ही अग्रवंश के साढ़े सत्रह गोत्रो (अग्रवाल एवं राजवंशी समाज) स्थापित हुआ।
महाराजा अग्रसेन राष्ट्रीय सम्मान –
Maharaja Agrasen अपने विचारों और लोकतांत्रिक व्यवस्था के पक्षधर होने के कारण उनके विचार और उनके राज व्यवस्था आज भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी भूमिका निभाती है। शासन व्यवस्था में समाजवाद और समाज की तरक्की के लिए, अच्छी व्यापार व्यवस्था होना इत्यादि आज भी महत्वपूर्ण है।
महाराजा अग्रसेन को सम्मान देते हुए भारत सरकार ने 24 सितम्बर 1976 को 25 पैसे के चित्र वाला डाक टिकट जारी किया था।
महाराजा अग्रसेन जयंती शायरी एवं सुविचार
एक फूल कभी दो बार नहीं खिलता
मानव जन्म बार बार नहीं मिलता
यूं तो जन्म मिल जाते हैं हजारों
पर अग्रकुल में जन्म हर बार नहीं मिलता
अग्रसेन जयंती की शुभकामनाएं
अग्रसेन जी ने अग्रोहा नगरी बसाई
कलरव करते जीव-जन्तु शोभा मन हर्षाई
उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम में गौरव छाया
द्वापर युग के अंत में ये महापुरुष आया
अग्रसेन जयंती की शुभकामनाएं
बाँध पगड़ी सर पर अपने
जब होते महाराजा अग्रसेन तैयार
होकर सवार घोड़े पर जब चलते
चारों और होती उनकी जय-जयकार
अग्रसेन जयंती की बधाई
महाराजा अग्रसेन की ऐसी कहानी
जैसे निर्मल बहता गंगा का पानी
राजा बल्लभ के घर जन्म अपने पाया
अग्रसेन जी का देव-ऋषियों ने गुण गाया
अग्रसेन जयंती की शुभकामनाएं
पुरे अग्रवंश को आपने हमेशा
इक पावन सूत्र में है बाँधा
जय हो महाराज अग्रसेन का जयकारा
अग्रोहा से आपने दूर किया अँधियारा
अग्रसेन जयंती की शुभकामनाएं
उम्मीद करता हूं कि आपको महाराजा अग्रसेन का इतिहास, जीवन परिचय एवं उनकी जयंती पर शुभकामनाएं देने के लिए शायरी का कलैक्शन अच्छा लगा होगा। अगर आप उक्त आर्टिकल में महाराजा अग्रसेन के बारे में जानकारी रखते हैं और कुछ बातें जोड़ना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बतायें। धन्यवाद