अंतरराष्ट्रीय रोटी दिवस 13 फरवरी, International Roti day 13 February …अवनिश फाउंडेशन

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International Roti day 13 February

इंटरनेशनल रोटी डे के मनाने का लक्ष्य भारत को भूख से मुक्त कराना और हंगर इंडेक्स में सर्वप्रथम स्थान पर लाने का लक्ष्य है जो पहले 2019 में भारत की रैंकिंग 177 देशों की लिस्ट में 102 वे नंबर पर है इतना ही नहीं भारत की रैंकिंग बांग्लादेश व पाकिस्तान से भी ज्यादा खराब है।

अंतरराष्ट्रीय रोटी दिवस पर निबंध एवं विश्लेषण

International Roti day 13 February

हंगर इंडेक्स रिपोर्ट के अनुसार भारत में भूख है लोगों की संख्या साल 2015 से में 78 करोड़ थी जो अब बढ़कर 82 करोड़ हो गई है हम बड़े गर्व से कहते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और भारत में कुल खाद्य उत्पादन सामग्री में से 40% गेहूं बर्बाद हो जाता है जरा सोचिये कि इतने गेहूं बर्बाद होते हैं कि जितने आस्ट्रेलिया उगा नहीं पाता और भारत में हर रोज 19 करोड़ 40 लाख लोग भूखे सो जाते हैं हर रोज लगभग करोड़ों का खाना बर्बाद होता है इस कृषि प्रधान देश की खाने तो सबके पास है पर किसी जरूरतमंद इंसान के पास नहीं है अगर हमारे देश में खाना बर्बाद ना हो तो 30 करोड़ लोग खाना खाकर सो सकते हैं 5 करोड़ बच्चे अपनी जिंदगी बचा सकते हैं करीब 40 लाख गरीबी रेखा से बाहर आ सकते हैं
हमारे देश में हर साल 70 लाख लोग मारे जाते हैं। हमारे भारत देश में सबसे ज्यादा खाना सर्दी व पार्टियों में बर्बाद होता है और सबसे ज्यादा खाना होटलों में बर्बाद होता है हमारे भारत देश में गरीब को का पेट खाली रहता है और डस्टबिन का पेट भरा रहता है मैं इतना ही कहूंगा उतना ही लो थाली में व्यर्थ ना जाए नाली में।

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इसका निवारण ….

भारत को हंगर इंडेक्स रिपोर्ट में सर्वप्रथम पर लाने का सबसे सरल और सुगम उपाय है जरा विचार कीजिए। आप हर साल कितने डे विश करते हैं शायद आप नहीं बता पाएंगे, चलिए छोड़िए क्या कभी भी आपने ऐसा दिन सुना है जिस दिन गरीबों को खाना खिलाया जा सके तो आपका उत्तर होगा नहीं।

जरा सोचिए अगर कोई ऐसा दिन भी होता जिस दिन किसी गरीब को खाना खिलाया जाता तो कैसा होता हर साल की तरह इस साल भी 13 फरवरी इंटरनेशनल रोटी डे अंतरराष्ट्रीय रोटी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। जिसका लक्ष्य भारत में भूख से मर रहे गरीब बच्चों व जरूरतमंदों को खाना खिलाना तथा आने वाली हंगर इंडेक्स रिपोर्ट में भारत प्रथम स्थान पर हो।

मेरी समझ..

जरा विचार कीजिए इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में आपको जानकर आश्चर्य होगा कि प्रति मिनट 33 बच्चे का जन्म होता है 1980 बच्चे प्रति घंटा 47500 बच्चे प्रतिदिन और 1 साल में एक करोड़ 7344800 बच्चे पैदा होते हैं। उनका जन्मदिन मनाया जाता होगा कि नहीं, अगर प्रत्येक बच्चे के जन्मदिन पर लगभग लोग कम से कम दो से ₹3000 खर्च करते हैं।

अगर हर लोग अपने जन्मदिन के दिन किसी एक जरूरतमंद को अगर आप खाना खिलाते हैं, तो हर रोज कम से कम 1 करोड़ 70 लाख लोग खाना खा सकते हैं तो यह काम करे हम करेंगे और आप करेंगे आप करेंगे तो लोग करेंगे जब पूरा देश करेगा और जब पूरा देश करेगा तो भारत में भूख से कोई नहीं मरेगा, अरे भगवान ने आपको देने वाला बनाया है तो देने में कैसी शर्म।

और इसमें एक फाउंडेशन बहुत जोरों से भारत को भूख से मुक्त कराने का सपना देख रहा है अवनिश फाउंडेशन आइए इस फाउंडेशन के साथ भारत को भूख से मुक्त कराने में अपना सहयोग करें और हर साल 13 फरवरी को इंटरनेशनल रोटी डे इस फाउंडेशन की तरफ से मनाया जा रहा है इसमें सहयोग करें और भूख से मुक्त भारत और नए भारत की ओर अग्रसर हो।

मेरे विचार कैसा लगा आप लोग बताइएगा जरूर शेयर करें बहुत-बहुत धन्यवाद और आपका आभारी रहूंगा.

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