Interesting Facts Of Sridevi – जानी मानी बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रीदेवी का हार्टअटैक से दिनांक 24-02-2018 की रात को करीब 11.00 बजे से 11.30 बजे के बीच निधन हो गया है। फिल्म इंडस्ट्री में श्रीदेवी केरियर करीब 50 साल रहा है। आज हम आपको श्रीदेवी की जिंदगी से जुड़ी कई अनसुनी बातें शेयर करने जा रहे हैं।
1.श्रीदेवी का जन्म 11 अगस्त 1963 को शिवकाशी, तमिलनाडु में हुआ था। उनका नाम ‘बेबी श्री अम्मा अयंगर अय्यपन’ रखा गया था।
2. श्रीदेवी ने चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में साउथ की चार भाषाओं तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में ‘बेबी श्रीदेवी’ के नाम से काम किया। श्रीदेवी की पहली फिल्म 1967 में ‘टुनाईवान’ थी, जिसमें उन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट की भूमिका निभाई थी। उस वक्त उनकी उम्र महज 4 साल थी। इसके बाद श्रीदेवी ने तमिल फिल्म ‘कंदन करुनाई’ में भगवान मुरुगा का किरदार निभाया। उसके बाद श्रीदेवी ने कई फिल्में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर कीं।
3. बहुत से लोगों को लगता है कि श्रीदेवी की पहली हिंदी फिल्म ‘जूली’ थी, जिसमें उन्होंने लक्ष्मी की छोटी बहन का रोल निभाया था। जबकि सच्चाई यह है कि उन्होंने जूली से पहले भी एक हिंदी फिल्म की थी, जिसका नाम ‘रानी मेरा नाम’ था। इस फिल्म में श्रीदेवी ने हीरोइन के बचपन का रोल में नजर आईं थी।
4. श्रीदेवी द्वारा तमिल में सबसे ज्यादा फिल्में कमल हासन और रजनीकांत के साथ, तेलुगु में कृष्णा, एनटीआर और सोभन बाबू के साथ और हिंदी में जीतेन्द्र और अनिल कपूर के साथ की हैं।
5. श्रीदेवी ने महज 13 साल की उम्र में तमिल फिल्म ‘मूंडरू मुदिछु’ में रजनीकांत की सौतेली माँ के किरदार की भूमिका निभाया थी, यह हीरोइन के तौर पर उनकी पहली फिल्म थी। यही वो फिल्म थी, जिसमें पहली बार श्रीदेवी, कमल हासन और रजनीकांत ने एक साथ काम किया था। इस फिल्म को ‘के बालचंदर’ ने डायरेक्ट किया था।
6. श्रीदेवी द्वारा मलयालम भाषा के गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर एक्टर प्रेम नजीर के साथ ‘तुलावरसम’ फिल्म में काम किया था।
7. श्रीदेवी को टी रामा राव ने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर फिल्म ‘भार्या बिद्दालु’ में डायरेक्ट किया था और उसके बाद बड़े होने पर कई तेलुगु और हिंदी फिल्मों में डायरेक्ट किया।
8.श्रीदेवी को यश चोपड़ा ‘A switch on and a switch off actress’ कहा करते थे, इसकी वजह यह थी कि जब उन्हें सीन के बारे में समझाया जाता था तो वो बड़ी ही शांत होकर पूरी कहानी सुनती थी और जैसे ही डायरेक्टर लाइट्स कैमरा एक्शन बोलता था, एक अलग ही श्रीदेवी एक्टिंग करती हुई नजर आती थीं।
9. सबसे दिलचस्प बात यह है कि श्रीदेवी को कभी भी दुःख के सीन में आंसू बहाने के लिए ग्लिसरीन की जरूरत नहीं पड़ती थी , डायरेक्टर के द्वारा सीन समझाए जाने के बाद नेचुरल तरीके से श्रीदेवी की आंखों से आंसू आ जाते थे।
10. जब श्रीदेवी नई-नई बॉलीवुड फिल्मों में काम कर रही थीं तो उन्हें हिंदी के शब्द समझ नहीं आते थे, लेकिन हर एक शब्द को याद करके वह सही तरीके से अपने संवाद को पर्दे पर उतार देती थीं।
11. वर्ष 1975 में आई तेलुगु फिल्म ‘यशोदा कृष्णा ‘ में श्रीदेवी ने कृष्ण का किरदार अदा किया था, वहीं जमुना ने यशोदा का किरदार प्ले किया था। दो फीमेल ने उस वक्त टाइटल रोल निभाया था।
12. वर्ष 1973 में आई तेलुगु फिल्म ‘भक्त तुकाराम’ में श्रीदेवी ने तेलुगु इंडस्ट्री के सुपरस्टार अक्किनेनी नागेश्वर राव और तमिल इंडस्ट्री के सुपर स्टार शिवाजी गनेशन के साथ काम किया।
13. वर्ष 1971 में श्रीदेवी ने अक्किनेनी नागेश्वर राव (नागार्जुन के पिता) के साथ यंग किरदार में ‘श्रीमंथुडु’ फिल्म की थी। बाद में श्रीदेवी और अक्किनेनी नागेश्वर राव ने सुपरहिट जोड़ी के रूप में कई तेलुगु फिल्में की, जो कि उस जमाने में सिल्वर जुबिली हिट रही। इसके बाद श्रीदेवी ने अक्किनेनी नागेश्वर
14.बहुत कम लोग जानते है कि 80 के दशक में श्रीदेवी की वजह से ही उनकी साउथ की फिल्मों को हिंदी में डब करके रिलीज करने की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई। जिसकी वजह से उनके को स्टार्स रजनीकांत, कमल हासन को भी काफी फायदा हुआ। क्योंकि हिंदी फिल्मों को देखने वाली जनता को भी साउथ का फ्लेवर मिलने लगा, जो कि आजकल एक बहुत बड़ी परंपरा बन चुका है।
15.. श्रीदेवी की तीन ऐसी फिल्में हैं जो कि अभी तक रिलीज नहीं हुई हैं। उनमें विनोद खन्ना और ऋषि कपूर के साथ ‘गर्जना’ पूरी हो चुकी है, जबकि विनोद खन्ना, संजय दत्त, रजनीकांत और माधुरी दीक्षित के साथ ‘जमीन’ फिल्म आधी कम्प्लीट हुई थी और अमिताभ बच्चन, कमल हासन, जया प्रदा के साथ ‘खबरदार’ भी रिलीज नहीं हो पाई।
16. वर्ष 1991 में श्रीदेवी ने यश चोपड़ा की फिल्म ‘लम्हे’ की शूटिंग के दौरान उनके पिता की मृत्यु हो गयी थी। वो अंतिम क्रिया के लिए भारत आई और फिर से लंदन जाकर अनुपम खेर और वहीदा रहमान के साथ फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी।
17. श्रीदेवी की मातृभाषा तेलुगु थी, जबकि उनके पिता तमिल थे। श्रीदेवी का जन्म शिवकाशी में हुआ था जहां दिवाली के पटाखे आज भी बनाए जाते हैं।
18. भारत सरकार की तरफ से साल 2013 में श्रीदेवी को पद्मश्री का सम्मान दिया गया।
19. श्रीदेवी द्वारा फिल्म ‘सदमा’ (1983), ‘चांदनी’ (1989), ‘गरजना’ (1991), ‘क्षणा क्षणम’ (तेलुगु 1991) में गाने भी गाए थे।
20.श्रीदेवी को इंदर कुमार की फिल्म ‘बेटा’ के लिए चुना गया था, लेकिन उन्होंने काम करने से मना कर दिया। इसी तरह से ‘बाजीगर’, ‘युगपुरुष’, ‘मोहरा’ और ‘डर’ फिल्मों को भी श्रीदेवी ने ना करने का फैसला लिया था, जो बाद में किसी और एक्टर की झोली में गईं।
21. हॉलीवुड मेकर स्टीवेन स्पीलबर्ग ने श्रीदेवी को अपनी फिल्म ‘जुरासिक पार्क’ में भी कास्ट करने की बात की थी, लेकिन डेट्स ना होने के कारण श्रीदेवी वो फिल्म नहीं कर पाईं।
22. श्रीदेवी ने अनिल कपूर के साथ ‘अभिमन्यु’ फिल्म को बीच में ही छोड़ दिया था। बाद में वो रोल किमी काटकर ने किया था। हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाई।
23. जब श्रीदेवी हिंदी फिल्मों में आईं तो वो हिंदी भाषा में कम्फर्टेबल नहीं थी, उनकी डबिंग ‘नाज’ किया की करती थीं। फिल्म ‘आखिरी रास्ता’ के लिए रेखा ने श्रीदेवी की डबिंग की और बाद में ‘चांदनी’ फिल्म से श्रीदेवी ने अपनी फिल्मों की डबिंग शुरू कर दी।
24. श्रीदेवी अपने जमाने की इकलौती अदाकारा थीं, जिन्होंने फिल्म की फीस 1 करोड़ से भी ज्यादा ली।
25. 70 , 80 और 90 के दशक तक श्रीदेवी ने तमिल तेलुगु और हिंदी इंडस्ट्री में नंबर वन की पोजीशन बरकरार रखी। वहीं, मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में 1977 में श्रीदेवी नंबर 1 की पोजीशन पर थीं। उसके बाद एक लंबे ब्रेक के बाद जब श्रीदेवी ने ‘एंइंलिश विंग्लिश’ से वापसी की तो भी उन्होंने सर्वोत्तम काम का मुजाहिरा पेश किया। उनकी आखिरी रिलीज फिल्म ‘मॉम’ थी।
26. अपने फैशन स्टेटमेंट के लिए भी हमेशा से श्रीदेवी जानी जाती रहीं और मशहूर फैशन डिज़ाइनर की बॉलीवुड में एंट्री श्रीदेवी की ही फिल्म ‘चांदनी’ से हुई थी।
27.श्रीदेवी और अनिल कपूर की पहली फिल्म ‘गोविंदा’ होने वाली थी, जिसे बोनी कपूर प्रोड्यूस करने वाले थे। लेकिन वो फिल्म नहीं बन पाई और बाद में बोनी कपूर ने श्रीदेवी को अपनी फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ में कास्ट किया।
28. राजकुमार संतोषी की फिल्म ‘हल्ला बोल’ में पहली बार श्रीदेवी और बोनी कपूर एक साथ नजर आए थे।
29. ‘लाडला’ ही एक ऐसी इकलौती फिल्म थी, जिसमें श्रीदेवी ने किसी और का रोल स्वीकार किया। दरअसल वो रोल पहले दिव्या भारती कर रही थीं, लेकिन उनके देहांत के बाद श्रीदेवी ने वो रोल करने के लिए हां कहा और पूरी तरह से उस नेगेटिव किरदार को निभाया और फिल्म ब्लॉकबस्टर भी हुई।
30. फिल्मकार सावन कुमार ने 100 से ज्यादा एक्टर्स के ऑडिशन लिए, लेकिन अंततः उन्हें श्रीदेवी को ही ‘चांद का टुकड़ा’ फिल्म में कास्ट करना पड़ा।
31. श्रीदेवी ने ही हिंदी, तमिल और तेलुगु फिल्म्स में आधी साड़ी पहनने के ट्रेंड स्टार्ट किया। वैसे तो साउथ में ये चलन था, लेकिन हिंदी फिल्मों में ऐसा कुछ भी नहीं होता था। 80 के दशक में ज्यादातर हिंदी फिल्मों में राजेश खन्ना और जीतेन्द्र के अपोजिट श्रीदेवी ने हाफ साड़ी पहनी थी।
32. श्रीदेवी ने ही ‘अप्सरा लुक’ कपड़ों की शुरुआत की, जो उन्होंने ‘हिम्मतवाला’ फिल्म में पहने थे। बाद में उस तरह के कपड़ों को जया प्रदा, मीनाक्षी शेषाद्रि , पद्मिनी कोल्हापुरे, मंदाकिनी और विद्या बालन ने भी पहना। यहां तक की साउथ में फिल्म एक्ट्रेसेस को ‘श्रीदेवी लुक ‘ के कपड़े पहनने को दिए जाते थे। साउथ की लड़कियों को श्रीदेवी का उदाहरण दिया जाता था और वो उन सबके लिए आइकॉन थीं।
33. श्रीदेवी को ‘चांद का टुकड़ा’, ‘चांदनी’, ‘चंद्रमुखी’, ‘हवा हवाई’ जैसे नामों से पुकारा जाता था , जो कि उनकी फिल्म के या गानों के टाइटल होते थे।
34.बचपन से लेकर बड़े होने तक श्रीदेवी ने कई फिल्मों में सांप के साथ काम किया। कई फिल्मों में बिना डरे श्रीदेवी ने सांप को हाथ में उठाया। ‘नगीना’, ‘निगाहें’ ,’मकसद’ उन फिल्मों में से हैं। श्रीदेवी की ही इकलौती सांप वाली फिल्म ‘नगीना’ है, जो थिएटर में एक साल से भी ज्यादा समय तक चली। चित्रहार में काफी समय तक उसके गाने आते रहे और फिल्म गोल्डन जुबिली भी कहलाई।
35. हर्मेश मल्होत्रा ने अपनी फिल्मों के श्रीदेवी को लकी एक्ट्रेस के तौर पर कई बार कास्ट किया। उन सभी फिल्मों में ‘नगीना’ ब्लॉकबस्टर रही। बाकी ‘निगाहें’ ,’बंजारन’, ‘शेरनी’ चर्चा का विषय रही और ‘हीर रांझा’ डिजास्टर फिल्म कहलाई।
36. तेलुगु और हिंदी फिल्मों में श्रीदेवी ने सबसे ज्यादा काम के राघवेंद्र राव के साथ किया है।
37. श्रीदेवी इकलौती ऐसी अदाकारा थीं, जिन्होंने पिता पुत्र के साथ सबसे ज्यादा काम किया। जैसे एएनआर और नागार्जुन , शिवाजी गणेसन और शिवाजी प्रभु , धर्मेंद्र और सनी देओल ,विनोद खन्ना और अक्षय खन्ना।
38. श्रीदेवी ही ऐसी एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने सबसे ज्यादा हिंदी तमिल तेलुगु और मलयालम भाषाओं में डबल रोल किए। श्रीदेवी की साउथ की ओरिजिनल फिल्मों को जब भी हिंदी में बनाया जाता था तो उसमें रेखा, रीना रॉय, पद्मिनी कोल्हापुरे, पूनम ढिल्लन, अनिता राज जैसी अभिनेत्रियां काम काम करती थीं।
39. श्रीदेवी के करियर की सबसे महंगी फिल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ थी , जिसने बनने में 6 साल ले लिए। हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली, लेकिन लोगों को आज भी पसंद आती है।
40. ‘मिस्टर इंडिया’ फिल्म में श्रीदेवी के हवा हवाई लुक और चार्ली चैपलिन की स्टील की वजह से उन्हें ‘मिस इंडिया’ भी कहा जाने लगा था।
41.तमिल, मलयालम और तेलुगु भाषाओं में में श्रीदेवी-कमल हासन की जोड़ी ने कई फिल्में की। लेकिन ‘सदमा’ सिर्फ एक ही हिंदी फिल्म उनकी है, जिसे लोगों ने आज भी दिल में ज़िंदा रखा है।
42. श्रीदेवी का पसंदीदा रंग सफ़ेद था। उन्हें कई साउथ फिल्मों में सफ़ेद साड़ी पहनकर बारिश के गानों पर डांस करना पड़ा। उसके बाद यह ट्रेंड हिंदी फिल्मों में भी आया। बारिश के कई गानें श्रीदेवी ने किए थे।
43. श्रीदेवी की फिल्मों की एक खासियत थी की एक ड्रीम सीक्वेंस में गाना जरूर होता था, जिसमें बहुत सारे प्रॉप्स और डांसर्स के साथ वो डांस किया करती थी। उससे भी बड़ी बात ये है कि श्रीदेवी के हरेक गाने में 4-5 बार ड्रेस जरूर बदली जाती थी। यही कारण है कि श्रीदेवी अपने जमाने की इकलौती ऐसी एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने सबसे ज्यादा कपड़े फिल्मों में पहने थे।
44. श्रीदेवी की इकलौती फिल्म ‘लम्हे’ थी, जिसे अंग्रेजी में डब करके ‘इंडियन समर’ के नाम से रिलीज किया गया था। श्रीदेवी की फिल्म ‘चांदनी’ जब तेलुगु में रिलीज हुई तो उसका नाम ‘श्रीदेवी आई लव यू’ रखा गया।
45. श्रीदेवी ने एक गाने में 15 अलग-अलग एक्ट्रेसेस के गेट अप्स लिए थे, जिनमें रेखा, हेमा मालिनी , वहीदा रहमान , माला सिन्हा , नरगिस , मुमताज़ जैसी अभिनेत्रियों के गेट अप शामिल थे। ‘नाका बंदी’ फिल्म में श्रीदेवी ने गब्बर सिंह का गेटअप भी लिया।
46. श्रीदेवी ने अपनी फिल्मों में बहुत सारे जानवरों जैसे कुत्ता, सांप, हाथी, बन्दर, तोता, मोर इत्यादि के साथ काम किया था। यहां तक कि नगीना को आज भी लोग श्रीदेवी की नागिन फिल्म के रूप में जानते हैं।
47. श्रीदेवी खुद माइकल जैक्सन की बहुत बड़ी फैन थीं। उन्होंने ‘चालबाज’ के गाने में माइकल के स्टेप्स को करने की कोशिश की थी और उन्होंने अपना लुक भी वैसा ही रखा था। यहां तक की ‘इंग्लिश विंग्लिश’ में भी श्रीदेवी ने माइकल का एक सिग्नेचर स्टेप किया था।
48.वैसे तो ‘जांबाज’ फिल्म में अनिल कपूर, फिरोज खान और डिम्पल कपाड़िया का बड़ा रोल था। लेकिन आज भी उस फिल्म को श्रीदेवी की फिल्म के रूप में याद किया जाता है और उनके गाने ‘हर किसी को नहीं मिलता’ और डेथ सीन को लोग याद करते हैं।
49. श्रीदेवी हमेशा से ही एक शर्मीली लड़की के रूप में जानी जाती थीं। वो सेट पर भी किसी से ज्यादा बात नहीं करती थीं, लेकिन कैमरा ऑन होते ही किरदार में घुसकर बेहतरीन परफ़ॉर्मेंस दिया करती थीं। वो ज्यादातर अपनी मां और छोटी बहन के साथ वक्त बिताती थीं। यहां तक की लोगों के साथ श्रीदेवी बस हेलो, हाय, नमस्ते इत्यादि कहकर मिल लेती थीं।
50. हिंदी फिल्मों का पहला अंग्रेजी में फिल्माया गया गाना ‘माय हार्ट इज बीटिंग’ है, जो जूली फिल्म से है, जिसमें लक्ष्मी के साथ श्रीदेवी भी मौजूद थीं।
51. श्रीदेवी को आइसक्रीम बहुत पसंद थी। उनकी फिल्म ‘सदमा’ और ‘लम्हे’ में आइसक्रीम के बड़े अच्छे सीक्वेंस हैं। साथ ही फिल्म ‘जस्टिस चौधरी’ का गाना ‘साथ में आओगी, आइसक्रीम खाओगी, पास बुलाते हो, आइसक्रीम खिलाते हो’ भी उनसे ताल्लुक रखता है।
52. श्रीदेवी की तेलुगु फिल्मों के गीत 80 के दशक में हिंदी फिल्मों में पीटी यानी कसरत के रूप में प्रयोग में लाए जाते थे। कहा जाता था कि वो कसरत करने के लिए सबसे सही गाने हैं।