Gautam Buddha Quotes in Hindi:– गौतम बुद्ध द्वारा सदियों पूर्व कहीं गयी बातें जो आज बिल्कुल सही साबित हो रही हैं. ऐसी तमाम बाते हमने बुद्ध के द्वारा जरूर पढ़ी होंगी। गौतम बुद्ध जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे कि वह महात्मा बनने से पहले एक राजा थे. वह बचपन से ही ऐसी बातों के जबाव खोजने में लगे रहते थे जिनका जबाव बड़े-बड़े संत-महात्मा के पास भी नहीं था। बुद्ध छोटी सी उम्र में ही शादी के तुरंत बाद अपने परिवार को छोड़कर सत्य की खोज करने में निकल पड़े थे। बौद्ध धर्म अनुयायी दुनियाभर में मौजूद हैं और यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा धर्म हैं। आज हम बुद्ध के द्वारा कही गयी उन बातों को बताने की कोशिश कर रहे हैं जो आज भी हमें मार्गदर्शन देती हैं. इन बातों का अनुसरण प्रत्येक व्यक्ति को करना चाहिए।
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Gautam Buddha Quotes in Hindi
1-व्यक्ति के ले कौन सा पल है बहुत जरूरी….
- अतीत पर ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो.
2-शांति के लिए….
- हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द हैं जो शांति लाये.
3-आध्यात्मिकता पर सुविचार
- जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता।
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4-बुद्ध द्वारा बुराई पर जीत के लिए कही गयी बात-
- बुराई अवश्य रहनी चाहिए..तभी तो अच्छाई उसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है।
5-सच छुपता नहीं-
- तीन चीजें ज़्यादा देर तक नहीं छुप सकती- सूरज, चंद्रमा और सत्य.
6-दूसरों पर निर्भर नहीं रहें
- अपने मोक्ष के लिए खुद ही प्रयत्न करें, दूसरों पर निर्भर न रहें।
7-हम स्वंय जिम्मेदार हैं…
- जैसा हम सोचते हैं, वैसे ही बन जाते हैं।
8- क्या है अमूल्य…
- स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, विश्वास सबसे बेहतर संबध है.
9- सत्य का मार्ग..
- सत्य के मार्ग पे चलते हुए कोई दो ही गलतियां कर सकता है…पूरा रास्ता न तय करना या शुरूआत ही न करना.
10-शक से बुरा कुछ भी नहीं..
- शक की आदत से भयावह कुछ भी नहीं है. शक लोगों को अलग करता है. यह एक ऐसा ज़हर है जो मित्रता समाप्त करता है और अच्छे रिश्तों को तोड़ता है. यह एक काँटा है जो चोटिल करता है, एक तलवार है जो वध करती है.
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11- मुक्ति के लिए कर्म करो…
- अपनी मुक्ति के लिए काम करो..दूसरों पर निर्भर मत रहो.
12-क्रोध पर सयंम रखो..
- क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के समान है…इसमें आप ही जलते हैं.
13- खुशियों को बांटते रहना चाहिए..
- एक जलते हुए दीपक से हजारों दीपक रौशन किए जा सकते है, फिर भी उस दीपक की रौशनी कम नहीं होती। उसी तरह खुशियाँ बाँटने से बढ़ती है,कम नहीं होती।
14-घृणा प्रेम से ही समाप्त की जा सकता है..
- घृणा से घृणा कभी खत्म नहीं हो सकती। घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है और यह एक प्राकृतिक सत्य है।
15-पहले तोलें फिर बोलें..
- हम जो बोलते हैं अपने शब्दों को देखभाल के चुनना चाहिए कि इससे सुनने वाले पर क्या प्रभाव पड़ेगा, अच्छा या बुरा।
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