Eid ul-Fitr 2022: ईद कब है और क्यों मनाई जाती है, मीठी ईद से जुड़ी हर बात…
ईद-अल-फितर को मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है। हर मुसलमान भाई को ईद का तहेदिल से इंतजार रहता है, विशेष तौर पर रमज़ान के पवित्र महीने के वाद पड़ने वाली ईद-उल-फितर का कुछ ज्यादा ही, क्योंकि जब एक माह तक रोज़ा रखने के बाद उस परवरदिगार अल्लाह का शुक्रिया करने का बहुत ही बेसब्री से इंतजार रहता है।
रमज़ान का पवित्र महीना इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना माना जाता है, सभी मुस्लिम भाई इस पूरे माह अल्लाह की इबादत करते हैं और बगैर कुछ खाये पिये रोजे रखते हैं। इस महीने के गुजरने के बाद जैसे ही दसवां महीना प्रारम्भ होता है उस महीने की पहली चांद वाली रात को ईद मनायी जाती है। इस चांद के दिखने के वाद ईद-उल-फितर का एलान किया जाता है।
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इस त्यौहार को मुसलमान समुदाय के लोग बहुत ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन लोग नये कपड़े धारण करते हैं, मस्जिद में जाकर इवादत करते हैं। चूंकि इस बार पूरे विश्व में कोरोना वायरस ने कहर बरपा रखा है तो इस त्यौहार को घर पर ही मनाना ज्यादा सही रहेगा। यहां हम आज जानेंगे कि ईद-उल-फितर क्या है और क्यों मनाई जाती है, इसका क्या महत्व है।
वर्ष 2022 में ईद-उल-फितर कब मनाई जाएगी
इस्लामी कलैंडर के मुताबिक रमजान के बाद 10वें शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर मनाई जाती हैं। आपको बताते चलें कि हमेशा से ही ईद का त्यौहार चांद पर निर्भर करता हैं। ईद का पर्व चांद देखने के बाद ही मनाया जाता है। यदि चांद 12 मई की रात में दिखाई दिया तो 13 मई को यह पर्व मनाया जायेगा और यदि 13 मई को चांद दिखाई दिया तो यह पर्व 14 मई को मनाया जायेगा।
ईद क्यों मनाई जाती है।
मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ कुरान के अनुसार रमज़ान के माह में रोज़े रखने के उपरांत अल्लाह अपने बंदो को इनाम और बख्शीस देता है, इसी दिन को ईद-उल-फितर काहा जाता है। इस दिन लोग एक दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं और मिठाई व पकवान आदि भी खिलाते हैं।
ईद का त्यौहार मनाने के पीछे एक कहानी भी है, माना जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी, तब इस जीत की खुशी में लोगों का मुंह मीठा करवाया गया था, तभी से इसी दिन को ईल-उल-फितर या मीठी ईद के रूम में मनाया जाने लगा। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक हिजरी संवत 2 यानि 624 ईस्वी में पहली बार ईद-उल-फितर का त्यौहार मनाया गया था।
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ईद का त्यौहार कैसे मनाया जाता है।
ईद के त्यौहार का प्रारम्भ सलात अल-फज्र के साथ होता हैं यानि सुबह की पहली प्रार्थना के साथ ईद के त्यौहर की शुरूआत होती है। ईद पर मुख्य रूप से खजूर के साथ मीठा भी पूरे परिवार के साथ मिल-बैठकर खाते हैं। साथ ही नये कपड़े धारण करके नमाज अदा करते हैं।
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ईद कितने प्रकार की होती है।
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक ईद 2 होती हैं, पहली ईद जिसे रमजान महीने के बाद मनाया जाता हैं इसे ईद-उल-फितर या मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता हैं। वहीं दूसरी ईद रमजान महीने के 70 दिनों बाद मनाई जाती हैं जिसे बकरीद, बकरा ईद, कुर्बानी की ईद या ईद-उल-जुहा के नाम से भी जाना जाता है।